गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ने जस्टिस निखिल करियल के प्रस्तावित तबादले के विरोध में अनिश्चितकाल के लिए काम से दूर रहने का फैसला किया
गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन (जीएचसीएए) ने हाईकोर्ट के जज जस्टिस निखिल एस. कारियल को पटना हाईकोर्ट ट्रांसफर करने के सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम प्रस्ताव के विरोध में अनिश्चितकाल के लिए काम बंद करने का प्रस्ताव पास किया।
प्रस्तावित एससी कॉलेजियम के फैसले के विरोध में बार के सदस्यों ने चीफ जस्टिस अरविंद कुमार की अदालत में एकत्रित होने के घंटों बाद बुलाई गई तत्काल बैठक में एसोसिएशन द्वारा निर्णय लिया गया।
सीजे अरविंद कुमार ने जब वकीलों से कोर्ट के समक्ष बड़ी संख्या में उनकी उपस्थिति के उद्देश्य के बारे में पूछा तो सीनियर एडवोकेट मिहिर ठाकोर ने कहा कि वे जस्टिस करियल के पटना हाईकोर्ट में कॉलेजियम द्वारा प्रस्तावित स्थानांतरण के खिलाफ हैं और वे दो मिनट का मौन रखना चाहते हैं।
सीनियर एडवोकेट ठाकोर ने कहा,
"हम यहां स्वतंत्र न्यायपालिका की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने के लिए आए हैं।"
एक बयान में सीनियर एडवोकेट अजीम पंड्या ने यह भी टिप्पणी की कि जस्टिस निखिल करियल को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव वास्तव में न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिए मौत की घंटी है और यह अत्यधिक अनुचित हैं।