[पीएम मोदी पर फेक ट्वीट] साकेत गोखले को गुजरात कोर्ट से मिली जमानत, एक नए मामले में फिर से गिरफ्तार

Update: 2022-12-09 05:35 GMT

साकेत गोखले 

गुजरात के अहमदाबाद जिले की एक अदालत ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले (Saket Gokhale) को उनके खिलाफ एक प्राथमिकी के संबंध में जमानत दे दी थी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की पिछले महीने मोरबी की यात्रा के स्थान पर ट्विटर पर एक फेक न्यूज रिपोर्ट ट्वीट करने का आरोप लगाया गया था।

हालांकि, उसके बाद जल्द ही मोरबी में उसके खिलाफ दर्ज एक नई प्राथमिकी में, इसी तरह के आरोपों पर आईपीसी की धारा 125 [चुनाव के दौरान वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना] के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

उनके खिलाफ यह नया मामला ऐसे ही आरोपों पर दर्ज किया गया है, जिसमें उन पर एक फेक रिपोर्ट ट्वीट करने का आरोप लगाया गया है, जिसमें दावा किया गया कि एक आरटीआई जवाब के अनुसार, इस साल अक्टूबर में पुल गिरने की घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ की लागत आई थी।

गिरफ्तार किए जाने से पहले मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एम. वी. चौहान ने पुलिस हिरासत पूरी होने के बाद अदालत में पेश किए जाने के बाद उन्हें जमानत दे दी थी।

गोखले ने ट्वीट में लिखा था,

"आरटीआई से पता चलता है कि मोदी के कुछ घंटों के मोरबी दौरे पर 30 करोड़ रुपए खर्च हुए। इसमें से 5.5. करोड़ रुपए विशुद्ध रूप से 'स्वागत, इवेंट मैनेजमेंट और फोटोग्राफी' के लिए खर्च किए गए थे। मरने वाले 135 पीड़ितों को प्रत्येक को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी गई। सिर्फ मोदी के इवेंट मैनेजमेंट और पीआर की कीमत 135 लोगों की जान से ज्यादा है।"

गौरतलब हो कि 1 दिसंबर, 2022 को पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने ट्वीट में किए गए दावे को खारिज करते हुए अपने आधिकारिक अकाउंट पर एक ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया था कि दावा झूठा है और ऐसा कोई आरटीआई जवाब अस्तित्व में नहीं है।

पीआईबी का ट्वीट यहां पढ़ें:

गोखले को 5 दिसंबर को राजस्थान से हिरासत में लिया गया था और उन्हें 6 दिसंबर को मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 8 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।


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