ED ने फर्जी समन और 'डिजिटल गिरफ्तारी' घोटालों के खिलाफ चेतावनी दी, क्यूआर कोड-आधारित वेरीफिकेशन सिस्टम शुरू की

Update: 2025-10-10 06:49 GMT

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फर्जी समन और ED अधिकारियों का रूप धारण करके धोखाधड़ी करने के मामलों में खतरनाक वृद्धि के बारे में जनता को कड़ी चेतावनी जारी की। एजेंसी ने आगाह किया है कि कई "बेईमान व्यक्ति" धोखाधड़ी या जबरन वसूली के इरादे से जाली समन प्रसारित कर रहे हैं।

चूंकि ऐसे फर्जी समन असली समन से काफी मिलते-जुलते हैं, इसलिए अनजान लोगों को अक्सर असली और नकली नोटिस में अंतर करना मुश्किल लगता है। इस समस्या पर लगाम लगाने के लिए ED ने एक सिस्टम-जनरेटेड समन तंत्र शुरू किया, जिसमें प्रत्येक समन के नीचे एक क्यूआर कोड और एक विशिष्ट पासकोड शामिल है।

समन के लिए वेरीफिकेशन सिस्टम

नई प्रणाली के तहत समन प्राप्त करने वाले व्यक्ति दो तरीकों से इसकी प्रामाणिकता सत्यापित कर सकते हैं:

1. क्यूआर कोड वेरीफिकेशन

- समन पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन करें, जो आपको ED की आधिकारिक वेबसाइट पर रीडायरेक्ट करेगा।

- दिया गया विशिष्ट पासकोड दर्ज करें।

- यदि मान्य है तो सिस्टम समन प्राप्त करने वाले व्यक्ति का नाम, अधिकारी का पदनाम और समन की तिथि जैसे विवरण प्रदर्शित करेगा।

2. ED वेबसाइट पर सीधा प्रवेश

- enforcementdirectorate.gov.in पर जाएं और 'अपना समन सत्यापित करें' मेनू पर क्लिक करें।

- समन संख्या और विशिष्ट पासकोड दर्ज करें।

- इसके बाद सिस्टम क्रॉस-सत्यापन के लिए आधिकारिक समन विवरण प्रदर्शित करेगा।

प्रामाणिकता जांच जारी होने की तिथि के 24 घंटे बाद (सप्ताहांत और सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर) की जा सकती है।

'डिजिटल अरेस्ट' जैसी कोई चीज़ नहीं

एजेंसी ने एक ऐसे घोटाले का भी पर्दाफ़ाश किया, जिसमें धोखेबाज़, प्रवर्तन निदेशालय (ED) सहित कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से कार्रवाई करने का दावा करते हुए फ़र्ज़ी "डिजिटल अरेस्ट" या "ऑनलाइन अरेस्ट" आदेश दिखाकर लोगों को ठगते हैं।

निदेशालय ने स्पष्ट किया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत डिजिटल या ऑनलाइन गिरफ्तारी की कोई अवधारणा नहीं है। ED द्वारा की गई सभी गिरफ्तारियां उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए, प्रत्यक्ष रूप से की जाती हैं।

धोखाधड़ी से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए ED ने जनता से सतर्क रहने और धोखेबाज़ों के झांसे में आने से बचने का आग्रह किया।

एजेंसी ने कहा,

"ED द्वारा की गई गिरफ्तारियां व्यक्तिगत रूप से और उचित प्रक्रिया के तहत की जाती हैं। जनता को सलाह दी जाती है कि वे फ़र्ज़ी कॉल, समन या डिजिटल गिरफ्तारी के दावों पर ध्यान न दें।"

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