दिल्ली हाईकोर्ट के 'ग्रीन जज' जस्टिस नजमी वज़ीरी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं, वकीलों ने कहा- एक-एक पेड़ आपको उम्रदराज करे

Update: 2023-07-14 10:46 GMT

Delhi High Court's 'Green Judge' Justice Najmi Waziri Retires Today| दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस नजमी वज़ीरी आज सेवानिवृत्त हो गए। उन्हें पर्यावरण में योगदान, विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी में पेड़ लगाने के निर्देश देने वाले आदेशों के लिए जाना जाता है।

आज कई वकील उनके कोर्ट रूप में उपस्थित हुए पीठ में उनके बहुमूल्य और महत्वपूर्ण प्रयासों, खासकर पर्यावरण के प्रति उनके मूल्यवान और महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए उनकी सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया। जस्टिस वज़ीरी ने जवाब में कहा, "मैं आज एक अमीर व्यक्ति हूं, मैं बहुत अमीर हूं।"

जज ने कहा,

“हृदय की गहराइयों से उठे ऐसे भाव किसे नसीब होते हैं? मेरे पास यह अदालत है और आप सभी लोग, इंसान के रूह की आवाज़ है, जो आप कह रहे हैं।''

जब एक वकील ने कहा कि जस्टिस वज़ीरी ने "बेआवाज़ों को आवाज़ दी", उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि न्याय का मतलब खामोशियों को सुनना है। अगर हम खामोशी को ना सुने, तो अपना काम नहीं कर पाएंगे। बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। ज़िम्मेदारी को निभाने के लिए हमें खामोश शख्स को देखना है, जो आखिरी सीट पर बैठा हुआ है। वो जो अदालत में नहीं हैं। क्योंकि वकील साहब क्या कहते हैं, हमें मालूम नहीं है, कुछ कहते हैं, कुछ पहलू सामने आते हैं लेकिन वो पहलू जो छुप जाते हैं, उन्हें देखना बहुत जरूरी है।“

उन्होंने आगे कहा,

“बहरहाल वो और बात है कि वो दौर मेरा ख़तम हो गया है, लेकिन मैं ये कह रहा हूं कि दिल की गहराइयों से जो आप बातें कह रहे हैं, वो ता-उम्र हमारे साथ रहेंगे। मैं और भी बहुत कुछ कहना चाहूंगा लेकिन कभी-कभी लोग और हालात आपको लाजवाब कर देते हैं, ये वो लम्हा हैं। आपकी मोहब्बतों का बहुत शुक्रिया।”

जस्टिस वज़ीरी ने याद किया कैसे दिल्ली के हरित क्षेत्र में सुधार के लिए उनके निरंतर प्रयास एक एफआईआर को रद्द करने के एक छोटे से मामले से शुरू हुए थे। उन्होंने कहा, "यह सब मेरे निर्णय लेने का अतिरिक्त लाभ हैं।"

राष्ट्रीय राजधानी में पेड़ों के संरक्षण पर अपना अंतिम आदेश पारित करते हुए, जस्टिस वज़ीरी ने "हरित दिल्ली खाता" में नागरिकों, जन-उत्साही व्यक्तियों और वकीलों से मौद्रिक योगदान का आह्वान किया। दिल्ली में वृक्षारोपण की सुविधा के लिए उनके निर्देश के बाद यह फंड खोला गया था।

13 जुलाई को जस्टिस वज़ीरी को डीडीए के वकील ने बताया था कि विभिन्न न्यायिक आदेशों के कारण खाते में वर्तमान शेष राशि 2.38 करोड़ रुपये से अधिक है और अधिक पैसा आ रहा है। इसके बाद, जज ने निर्देश दिया था कि खाते में जमा धन का उपयोग वृक्षारोपण के लिए किया जाएगा।

जस्टिस वज़ीरी के सेवानिवृत्ति के मौके पर आम लोग की भी कोर्ट परिसर में मौजूद रहे। उन्होंने जस्टिस वज़ीरी के कार्यों की प्रशंसा की। सीनियर एडवोकेट मनीष वशिष्ट ने पर्यावरण में उनके योगदान के लिए जस्टिस वज़ीरी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, जहां भी आप जाएं, एक-एक पेड़ आपको उम्रदराज करे।

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