जज का अपमान करने और कोर्ट परिसर में वकीलों को परेशान करने वाली भीड़ के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी
कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक भीड़ के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी किया, जो कोर्ट के एक रूम के बाहर एकत्रित हुई थी और सीनियर एडवोकेट विकास रंजन भट्टाचार्य सहित वकीलों को परेशान किया। साथ ही 2016 एसएससी चयन प्रक्रिया पर चल रहे मामलों से संबंधित मामले में जस्टिस विश्वजीत बसु का अपमान किया।
कोर्ट की जस्टिस अरिजीत बनर्जी, जस्टिस सब्यसाची भट्टाचार्य और जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की फुल बेंच ने पुलिस को भीड़ में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने और घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने का आदेश दिया।
पीठ ने कहा,
"हमने रिकॉर्ड पर मौजूद सामग्री का अध्ययन किया। हमारा प्रथम दृष्टया मानना है कि यह आपराधिक अवमानना है। इसलिए हम इन व्यक्तियों को नोटिस जारी करेंगे और उन्हें अपना स्पष्टीकरण देने के लिए हलफनामा दाखिल करने का अवसर देंगे। अगर हम उनके स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं हुए तो हम नियम जारी करेंगे।"
इससे पहले यह मामला चीफ जस्टिस की पीठ के समक्ष आया था जिन्होंने इसे पूर्ण पीठ के समक्ष रखा।
केस टाइटल: न्यायालय अपने स्वयं के प्रस्ताव पर बनाम राजू दास एवं अन्य