बॉम्बे हाईकोर्ट ने शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म 'जर्सी' की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार किया
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को एक लेखक द्वारा दायर कॉपीराइट उल्लंघन के मुकदमे में शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म 'जर्सी' की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
यह फिल्म 22 अप्रैल, 2022 को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है।
जस्टिस रियाज छागला ने उस मामले की सुनवाई की जिसमें आरोप लगाया कि वादी रूपेश जायसवाल की पटकथा के कई पहलुओं जैसे कहानी और अवधारणा जर्सी के निर्माताओं द्वारा चोरी की गई है। फिल्म की कहानी और अवधारणा एक तेलुगु फिल्म की रीमेक है।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनकर जस्टिस छागला ने कहा कि वादी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने में काफी देरी कर दी। अंग्रेजी में डब की गई तेलुगु फिल्म 2019 से उपलब्ध है।
अदालत ने कहा कि जर्सी के निर्माताओं द्वारा एक बिज़नेस मैग्ज़ीन में तेलुगु फिल्म के अधिकार लेने से पहले जारी किया गया नोटिस प्रथम दृष्टया वैध प्रतीत होता है, क्योंकि वादी फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है।
वादी का प्रतिनिधित्व अधिवक्ता विशाल कनाडे ने किया, जबकि प्रतिवादियों का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ अधिवक्ता बीरेंद्र सराफ और नाइक, नाइक एंड कंपनी के अमीत नाइक और मधु गडोदिया ने किया।
सुनवाई के दौरान कनाडे ने कहा फिल्म की भावना और आवश्यक अभिव्यक्ति की चोरी की गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें तेलुगु समझ में नहीं आता कि उन्होंने पहले आपत्ति की है।
सराफ ने प्रस्तुत किया कि वादी स्पष्ट रूप से तेलुगु फिल्म निर्माताओं के खिलाफ पर्याप्त राहत की मांग नहीं कर रहा। गौरतलब है कि सराफ ने कहा कि वादी ने कभी भी यह नहीं कहा कि उन्होंने 2007 के बाद से फिल्म से नाता तोड़ लिया और न ही किसी को स्क्रिप्ट दी।
उन्होंने कहा,
"तेलुगु फिल्म को हिंदी में डब किया गया है और इसे 10 करोड़ से अधिक बार देखा जा चुका है।"
देरी होने का दावा करते हुए सराफ ने कहा कि फिल्म तैयार है और एक नवंबर, 2021 से इसका प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जर्सी की पटकथा और वादी की फिल्म में अंतर है।
पृष्ठभूमि
2007 में जायसवाल ने दावा किया कि उन्होंने फिल्म राइटर्स एसोसिएशन में रजिस्टर्ड "द वॉल" शीर्षक वाली अपनी स्क्रिप्ट प्राप्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पटकथा के कई पहलुओं जैसे कि अवधारणा और कहानी के विचार को चोरी किया गया है।
उत्तरदाताओं में निर्माता दिल राजू, अमन गिल के माध्यम से ब्रैट फिल्म, अल्लू अरविंद, तेलुगु फिल्म निर्माता सूर्यदेवरा नागा वामसी और अभिनेता शाहिद कपूर शामिल हैं।
लेखक का तर्क यह है कि साहित्यिक चोरी टॉलीवुड यानी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री और बॉलीवुड दोनों में है।
जायसवाल ने आरोप लगाया कि रायल्टी देने से बचने के लिए तीसरे पक्ष से प्राप्त स्क्रिप्ट का रीमेक बनाकर प्रतिवादियों ने एक-दूसरे के साथ मिलीभगत की है।
सूट के अनुसार जायसवाल की पटकथा भी पुरुष नायक और क्रिकेट के बारे में है। पटकथा एक ऐसे युवा के बारे में है जिसने जीवन में खेल को जल्दी छोड़ दिया, जो बाद में अपने परिवार को गौरवान्वित करता है।
अंत में उन्होंने मांग की कि प्रतिवादी फिल्म के साहित्यिक संस्करण के आगे प्रसार को रोकें। साथ ही किसी भी थिएटर में या अन्यथा फिल्म को रिलीज करने पर स्थायी निषेधाज्ञा दी जाए।