बिहार न्यायिक अकादमी ने COVID-19 से जान गंवाने वाले 5 न्यायिक अधिकारियों की याद में ऑनलाइन शोक सभा का आयोजन किया
बिहार न्यायिक अकादमी ने मंगलवार को COVID-19 से जान गंवाने वाले निम्नलिखित पांच न्यायिक अधिकारियों की याद में एक ऑनलाइन शोक सभा का आयोजन किया,
1) स्वर्गीय दुर्गेश मणि त्रिपाठी, तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, मुजफ्फरपुर।
2) स्वर्गीय पीयूष कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन एडीजे, सासाराम में रोहतास।
3) स्वर्गीय अमित कुमार तिवारी, तत्कालीन उप न्यायाधीश एसीजेएम पटना।
4) स्वर्गीय मनीष कुमार, रेलवे मजिस्ट्रेट, किउल।
5) स्वर्गीय दीपक कुमार, तत्कालीन न्यायिक मजिस्ट्रेट, खगड़िया।
बैठक की अध्यक्षता पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल ने की। वह बिहार न्याय अकादमी के संरक्षक प्रमुख भी हैं।
मुख्य न्यायाधीश ने पांच 'शानदार अधिकारियों' की असामयिक मृत्यु पर दुख और शोक व्यक्त किया। साथ ही उनके साथ अपने संबंधों को याद किया। उन्होंने दिवंगत अधिकारियों के शोक संतप्त परिवारों को हरसंभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्य न्यायाधीश ने सभी न्यायिक अधिकारियों को COVID-19 संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने और जल्द से जल्द खुद को टेस्ट करने के लिए आगाह किया।
बैठक में न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार सिंह (अध्यक्ष बिहार न्यायिक अकादमी) भी उपस्थित थे, जिन्होंने इन अधिकारियों के व्यक्तिगत लक्षणों को गर्मजोशी से याद किया
बैठक में पटना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल सहित 900 से अधिक न्यायिक कार्यालयों के साथ पटना हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति विकास जैन और अन्य न्यायाधीश भी उपस्थित रहे।
बिहार न्यायिक अकादमी के निदेशक जितेंद्र कुमार ने भी ऐसे कर्मठ और प्रतिभाशाली अधिकारियों के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पटना में जिला और सत्र न्यायाधीश सुनील दत्त मिश्रा, लखीसराय में जिला और सत्र न्यायाधीश चंद्र प्रकाश सिंह, खगड़िया में जिला और सत्र न्यायाधीश कुमुद रंजन सिंह, आई / सी जिला और सत्र न्यायाधीश मुजफ्फरपुर राकेश मालवीय, आई / सी जिला और जिला न्यायाधीश सासाराम में सत्र न्यायाधीश रोहतास, गोपाल जी ने भी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।