बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने COVID-19 से प्रभावित 2500 वकीलों को आर्थिक राहत के तौर पर 3.5 करोड़ रूपये दिए
बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने अपने COVID-19 राहत उपायों के हिस्से के रूप में एक वॉर रूम की स्थापना की है। इसके तहत अब तक बार काउंसिल ने अपने 2500 सदस्य अधिवक्ताओं और उनके परिजनों कोरोना दूसरी लहर के दौरान सुचारू रूप से अस्पताल में भर्ती करने में मदद की है।
काउंसिल ने अपने सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण उपचार का समर्थन करने के लिए कोविड फंड के माध्यम से वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है।
विभिन्न सहायता का विवरण इस प्रकार है:
1. होम क्वारंटीन में रहने वाले वकील को - 15,000/- रुपये (गुरुवार तक, 2287 वकील पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं)
2. बिना बीमा वाले अस्पताल में भर्ती वकील को - 50,000 / - INR (गुरुवार तक, 33 वकील लाभान्वित हो चुके हैं)
3. प्रचलन में 110 ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा (होम डिलीवरी और रिफिलिंग सुविधा)
4. जरूरतमंद और होम क्वारंटीन वकीलों और उनके परिवार को मुफ्त किराना किट का वितरण। (गुरुवार तक 2000 किराना किट पहले ही 40,00,000/- रुपये मूल्य के वितरित किए जा चुके हैं)
अब तक, 2320 नामांकित वकीलों और उनके परिजनों को पहले ही लाभान्वित किया जा चुका है। इसमें अब तक 3, 59, 55,000 / - रुपये की राशि पहले ही इस कारण खर्च की जा चुकी है।
बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष, कार्यकारी समिति और प्रवक्ता मनोज के सिंह ने कहा,
"जैसा कि हम जानते हैं कि महामारी की दूसरी लहर सभी के लिए कितनी गंभीर है और यह हमारी कानूनी बिरादरी के लिए भी है। हमारे कई सदस्यों को वित्तीय समस्याओं के कारण आवश्यक चिकित्सा सहायता नहीं मिल पा रही है। इसलिए इस चुनौतीपूर्ण समय में यदि हम आगे नहीं आते हैं, तो और कौन आएगा। यही कारण है कि हम अपने उन भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं, जिन्हें इस संकट के समय में हमारे समर्थन की आवश्यकता है। हम इतने लोगों की मदद करके खुश हैं। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक यह महामारी खत्म नहीं हो जाती। "
बार काउंसिल एक क्राउडफंडिंग पहल भी शुरू करेगी, जहां कानूनी बिरादरी का हर सदस्य आगे आ सकता है और इस पहल में योगदान दे सकता है, ताकि यह कोविड राहत अभियान तब तक चलता रहे जब तक कि स्थिति फिर से सामान्य न हो जाए। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि किसी विशेष समुदाय के पेशेवरों की सेवा करते समय इस तरह का एक अभियान सबसे बड़ा है।