आर्यन खान केसः सैम डिसूजा ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया; कहा-शाहरुख के मैनेजर का पैसा लौटा दिया गया
आर्यन खान के फायदे के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी और केपी गोसावी के बीच डील करने के आरोपी कंसल्टेंट सैम डिसूजा ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाकर अग्रिम जमानत और गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की है।
डिसूजा आंशिक रूप से प्रभाकर सैल के आरोपों की पुष्टि करता है कि क्रूज ड्रग्स मामले में खान को स्थिति से बाहर निकालने के लिए गोसावी को 50 लाख रुपये दिए गए थे क्योंकि उनके पास कुछ भी नहीं मिला था।
हालांकि, उसने दावा किया कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया और यह सुनिश्चित किया कि खान की गिरफ्तारी की चौंकाने वाली खबर के बाद, ददलानी को उसके पति के माध्यम से पैसा वापस कर दिया जाए।
डिसूजा ने केपी गोसावी और सैल पर "धोखाधड़ी" करने का आरोप लगाते हुए नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को भी क्लीन चिट दे दी है। इससे पहले सैल ने दावा किया कि लेन-देन की राशि का एक हिस्सा वानखेड़े को दिया जाना था और एनसीबी अधिकारी ने उसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था।
"यह जानने के बाद कि किरण गोसावी एक फ्रॉर्ड था, आवेदक का एकमात्र मकसद पैसे की वसूली और अपनी छवि को बचाना था ... इसलिए, उसने सुनील पाटिल (बिचौलिया) और किरण गोसावी को एक दूसरे से जोड़ा और पैसे वसूल किए और उक्त पैसे पूजा ददलानी को उसके पति के माध्यम से वापस कर दिए।"
आवेदक ने देखा कि किरण ने मोबाइल नंबर SW2 के रूप में सेव किया है, जिससे पता चलता है कि वह NCB के शीर्ष अधिकारियों से जुड़ा था; हालांकि, ट्रू कॉलर पॉप अप ने प्रभाकर सैल का नाम दिखाया।"
लेक्स रेक्स ज्यूरिस्ट के माध्यम से दायर याचिका में डिसूजा ने अपने खिलाफ किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई और अग्रिम जमानत के लिए तीन दिन का नोटिस मांगा है।
जबरन वसूली के आरोप सामने आने के बाद डिसूजा को महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल द्वारा उनकी गिरफ्तारी का डर है।
गोसावी वर्तमान में पुणे में एक धोखाधड़ी के मामले में हिरासत में है, जबकि राज्य ने बॉम्बे हाईकोर्ट को आश्वासन दिया है कि यदि वे वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बनाते हैं तो उसे तीन दिन का अग्रिम नोटिस देंगे।
ददलानी ने गोसावी से कैसे मुलाकात की?
याचिका के अनुसार, डिसूजा एक पत्थर उत्खनन व्यवसाय सलाहकार है और एक अक्टूबर को सुनील पाटिल (संपर्क व्यवसाय में) ने उससे संपर्क किया था।
डिसूजा का दावा है कि पाटिल ने उसे कॉर्डेलिया क्रूज पर ड्रग्स के मामले में मशहूर हस्तियों के शामिल होने के बारे में बताया था।
पूछे जाने पर डिसूजा ने कहा कि उन्होंने पाटिल को एनसीबी के अधिकारियों से संपर्क दिया था। बाद में डिसूजा कहते हैं कि उन्हें केपी गोसावी और मनीष भानुशाली से पता चला कि जिस प्रभावशाली व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है वह आर्यन खान था। साथ ही, वह खान ददलानी से बात करना चाहता था।
"गोसावी ने खुलासा किया कि आर्यन खान के पास उस समय तक कोई ड्रग्स नहीं था और वह निर्दोष है और किरण गोसावी ने मुझे आश्वस्त किया कि वह खान को कुछ राहत दिलाने में मदद कर सकता है और मुझे पूजा ददलानी से कनेक्ट होने के लिए कहा।"
डिसूजा ने कहा कि जबकि वह ददलानी को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते थे, उन्होंने उनसे एक पारस्परिक मित्र के माध्यम से संपर्क किया, जो एक होटल व्यवसायी हैं और उनसे लोअर परेल में मिले और फिर ददलानी ने उन्हें बताया कि वह डिसिज़न मेकर हैं।
याचिका में कहा गया है, "आवेदक (डिसूजा) ने पहली बार ददलानी और केपी गोसावी को लोअर परेल में मिलवाया, साथ में चिक्की पांडे, मयूर घुले और कपिल ढोले पाटिल भी थे।"
उनका दावा है कि ददलानी के पति भी मौजूद थे। डिसूजा ने कहा कि गोसावी ने ददलानी को एक सूची दिखाई जिसमें खान का नाम मौजूद नहीं था और उन्हें सूचित किया कि खान के पास कोई ड्रग्स नहीं है और वह आर्यन खान को "स्थिति से बाहर निकलने" में मदद कर सकते हैं।
डिसूजा का कहना है कि तब ददलानी और गोसावी ने अकेले में बात की थी।
3 अक्टूबर को, डिसूजा ने कहा कि वह यह जानकर "हैरान" थे कि खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उसके बाद उसे पाटिल से पता चला कि गोसावी ने ददलानी से प्रभाकर सैल के माध्यम से 50 लाख रुपये ले लिए हैं, जो गोसावी के अंगरक्षक भी हैं।
डिसूजा ने कहा कि उसके बाद ही उन्हें पता चला कि गोसावी एक धोखेबाज है और पैसा आखिरकार वापस कर दिया गया।
यह याचिका जस्टिस एसजे कथावाला और जस्टिस एस तावड़े की बेंच के सामने जल्द ही आएगी।