पांच साल बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने 22 वकीलों को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया

Update: 2020-02-12 04:00 GMT

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 10 फरवरी, 2020 को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें 22 अधिवक्ताओं को उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया। पिछली बार हाईकोर्ट में पांच साल पहले 2015 में सात अधिवक्ताओं को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था।

हाईकोर्ट में वकीलों से 57 आवेदन आए थे, जिन्हें सीनियर के रूप में नामित करने की मांग की गई थी। उच्च न्यायालय ने प्रस्ताव पर हितधारकों से सुझाव और विचार आमंत्रित करने वाले नामों को सार्वजनिक करते हुए एक नोटिस प्रकाशित किया था।

यह बॉम्बे हाईकोर्ट (वरिष्ठ अधिवक्ताओं के पदनाम) नियम, 2018 के अनुपालन में किया गया था, जो वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह की याचिका पर अक्टूबर 2018 में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद तैयार किए गए थे।

रजिस्ट्रार जनरल श्रीनिवास बी अग्रवाल ने जारी की चार पेज की अधिसूचना, जिसमें कहा गया,

"अधिवक्ता अधिनियम, 1961 की धारा 16 (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अभ्यास में और उच्च न्यायालय द्वारा तय किए गए नियमों के अनुसार, बॉम्बे की न्यायपालिका के हाईकोर्ट ने निम्न अधिवक्ताओं को 10 फरवरी, 2020 को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया।"

1) राजकुमार भास्कर ठाकरे

2) जयंत पांडुरंग मूलगांवकर

३) मुकेश विठ्ठलराव समर्थ

4) रामचंद्र गजानन रमणी

5) एगेलो फ्रांसिस डिनिज़

6) राजेंद्र व्यंकटेश पै

7) रवींद्र लक्ष्मणराव खापरे

8) तुषाद खुर्शीद कूपर

9) संतोष राम रिवंकर

10) संजोग सदानंद परब

11) राजेंद्र आदिक शिरोडकर

12) मनोज शामराव मोहिते

13) प्रदीप शिवनारायण जेटली

14) राजेंद्रकुमार सुधाकर देशमुख

15) विजयकुमार दामोदर सपकाल

16) विश्वजीत परशुराम सावंत

17) ऐबाद हर्षद पोंडा

18) स्नेहल कृष्णकांत शाह

19) निखिल एम सखरांडे

20) बीरेंद्र कुमार सराफ

21) झाल तेहमतन अंधियारूजिना

22) शरण हरेश जगतियानी।

अधिसूचना पढ़ें




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