मध्य प्रदेश में छह न्यायालय परिसरों का उद्घाटन, जजों को मिला एक नया आवासीय परिसर
मध्य प्रदेश में शनिवार को छह न्यायालय परिसरों, जजों के लिए एक आवासीय परिसर और एक शैक्षणिक परिसर का उदघाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल ने इन परिसरों का उद्घाटन किया।
इन परिसरों का निर्माण COVID 19 के प्रकोप से पहले पूरा हो चुका था, हालांकि, उद्घाटन नहीं हो पाया था।
जस्टिस मित्तल ने उद्घाटन समारोह में कहा कि न्यायपालिका के लिए बुनियादी ढांचे का विकास समय की आवश्यकता है, इसलिए तैयार हो चुकी इमारतों को अनिश्चितकाल के लिए छोड़ा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जा सके, इसलिए इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से इन इमारतों का उद्घाटन किया गया।
जिन परियोजनाओं को उद्घाटन किया गया, उनमें पहली परियोजना जबलपुर स्थित जजों के लिए बना आवासीय परिसर है। दूसरी परियोजना ग्वालियर स्थित न्यायिक अकादमी का क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र है। इनके अलावा जिन छह न्यायलय भवनों का निर्माण किया गया है, उनमें नरसिंहपुर और डिंडोरी का नया जिला न्यायालय भवन, बुरहानपुर, सतना, अशोकनगर जिलों के नेपानगर, चित्रकूट, नागौद और चंदेरी के सिविल न्यायालय भवन शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में जस्टिस संजय यादव, प्रशासनिक जज, हाईकोर्ट जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर की बेंचों के अन्य जज और रजिस्ट्रार जनरल आरके वाणी और कई अन्य अधिकारी मौजूद है। कार्यक्रम का आयोजन जबलपुर स्थित मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के वीडियो कांन्फ्रेंसिंग रूम में किया गया था।