कौन हैं केवी विश्वनाथन, जो 2030 में बनेंगे CJI

Update: 2023-05-19 07:17 GMT

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और सीनियर एडवोकेट केवी विश्वनाथन ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर आज शपथ ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़ ने शपथ दिलाई। इसके साथ ही एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों का कोरम पूरा हो गया है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 16 मई को सीनियर एडवोकेट विश्वनाथन और जस्टिस प्रशांत मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश को दो दिन के भीतर मंजूर कर ली।

दोनों के बारे में जानेंगे, लेकिन बारी-बारी से। सबसे पहले जानते हैं- कौन हैं केवी विश्वनाथन जो 2030 में भारत के चीफ जस्टिस बनेंगे।

शुरू से शुरुआत करते हैं। केवी विश्वनाथन का जन्म 26 मई 1966 को हुआ था।। उनका परिवार भी कानूनी पेशे से जुड़ा रहा है. कोयंबटूर लॉ कॉलेज से लॉ की डिग्री हासिल की। साल 1988 में तमिलनाडु बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराया और वकालत शुरू की. इसके बाद विश्वनाथन तमिलनाडु से दिल्ली आए और सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू की। उन्होंने सीनियर एडवोकेट सीएस वैद्यनाथन का चैंबर ज्वाइन किया था, जो बाद में देश के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल रहे. साल 1990 में उन्होंने अटार्नी जनरल रहे केके वेणुगोपाल का भी चैंबर ज्वाइन किया था। विश्वनाथन ने केके वेणुगोपाल के साथ करीब 5 साल तक काम किया। सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से पहले वो सुप्रीम कोर्ट के जाने माने सीनियर एडवोकेट रहे हैं। केवी विश्वनाथन देश के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी रहे। वो तमाम हाईप्रोफाइल केसेज लड़ चुके हैं।

अगस्त 2030 में केवी विश्वनाथन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनेंगे। उनका कार्यकाल 9 महीने का होगा। विश्वनाथन 24 मई 2031 तक सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहेंगे।

मौजूदा चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल अगले साल नवंबर तक है। सीनियॉरिटी के आधार पर CJI की नियुक्ति हुई तो जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला, इसी क्रम में चीफ जस्टिस बनने की कतार में हैं।

अब जस्टिस प्रशांत मिश्रा के सफर पर आते हैं।

प्रशांत कुमार मिश्रा का जन्म 29 अगस्त 1964 को हुआ था। वो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने बीएससी के बाद गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने रायगढ़ जिला अदालत में प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। साल 2005 में वे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट बनें। इतना ही नहीं, मिश्रा 2 साल तक छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल के चेरयमैन भी रह चुके हैं।

साल 2007 में महाधिवक्ता नियुक्त होने के बाद मिश्रा को 10 दिसंबर 2009 को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का जज बनाया गया था। बाद में, उन्होंने 13 अक्टूबर 2021 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली।

जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पहले ऐसे वकील हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया। आज उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली।



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