कथित गैंगस्टर संजीव जीवा के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मांगने वाली पत्नी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल करेगा सुनवाई
कथित गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी 'जीवा' के अंतिम संस्कार में में शामिल होने की अनुमति मांगने वाली पत्नी पायल माहेश्वरी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा।
जीवा को मुख्तार अंसारी का करीबी सहयोगी बताया जाता है। कल लखनऊ कोर्ट परिसर के अंदर अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसका नाम भाजपा के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी और कृष्णानंद राय की हत्या में सामने आया था।
यह मामला आज जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस राजेश बिंदल की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया गया।
पायल खुद एक गैंगस्टर के रूप में आरोपित हैं। उसके वकील ने कहा कि वो पूरी तरह मानवीय आधार पर बहस कर रहे हैं न कि मामले के मैरिट पर। उन्होंने तर्क दिया कि अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पायल माहेश्वरी को एक दिन की सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
हालांकि, उत्तर प्रदेश (यूपी) के अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) अर्धेन्दुमौली के प्रसाद ने प्रस्तुत किया-
"वह उन गैंगस्टरों में से एक है जिनका नाम चार्ट में है। जहां तक अंतिम संस्कार का सवाल है, मैं उसमें भी नहीं पड़ रहा हूं। "
इस मौके पर, याचिकाकर्ता ने अदालत से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि इस बीच माहेश्वरी के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई न की जाए।
याचिकाकर्ता के वकील ने कहा- "मुझे यह सांत्वना मेरे परिवार को देनी है। याचिकाकर्ता के तीन बेटे और एक बेटी है।"
अदालत को सूचित किया गया कि मृतक के शरीर को लखनऊ से परिवार के गृहनगर मुजफ्फरनगर ले जाया जाना था। बेंच ने कल (9 जून 2023) मामले की सुनवाई करने का फैसला किया।
जीवा की गोली मारकर हत्या के बाद, एक आधिकारिक बयान में, लखनऊ पुलिस आयुक्त एसबी शिराडकर ने कहा, "लखनऊ जेल में बंद संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत में लाया गया था और अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी।"