संसद सुरक्षा चूक की रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका
सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने जनहित याचिका (पीआईएल) दायर कर 13 दिसंबर को लोकसभा में हुए सुरक्षा उल्लंघन की रिटायर्ड एससी जज की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की।
13 दिसंबर को विजिटर पास पर संसद में दाखिल हुए दो व्यक्ति विजिटर गैलरी से लोकसभा हॉल में कूद गए और धुएं के डिब्बे खोल दिए, जिससे पूरा हाउस रंगीन धुएं से भर गया। यह कहते हुए कि यह घटना संसद की सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी सेंध को उजागर करती है, सुप्रीम कोर्ट के वकील अबू सोहेल ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 का इस्तेमाल करते हुए याचिका दायर की।
याचिकाकर्ता ने घटना की रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जज की देखरेख में 'स्वतंत्र, विश्वसनीय और निष्पक्ष' न्यायिक जांच की मांग की है। याचिका एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड श्रुति बिष्ट के माध्यम से दायर की गई।
दिल्ली पुलिस ने घटना के संबंध में आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम लागू करते हुए एफआईआर दर्ज की है। मामले में अब तक पांच लोगों - सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम वर्मा, अमोल शिंदे और ललित झा को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में दिल्ली की एक अदालत ने गिरफ्तार लोगों को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।