सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हाल ही में जोशीमठ में जमीन धंसने को लेकर धार्मिक नेता स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जनहित याचिका दायर की।
जनहित याचिका में जोशीमठ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और एनडीएमए को जोशीमठ के निवासियों को सक्रिय रूप से समर्थन देने का निर्देश देने की मांग करती है।
याचिका में जोशीमठ के निवासियों को वित्तीय सहायता और मुआवजे के लिए भी प्रार्थना की गई है।
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की पीठ के समक्ष इस मामले का उल्लेख किया गया था।
मामले को आज मेंशन लिस्ट में सूचीबद्ध नहीं किया गया।
जब वकील ने मामले को कल तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की तो सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा,
"मेंशन लिस्ट में कल इसे सूचीबद्ध करें।"
पिछले कुछ दिनों में जोशीमठ में कई घरों और सड़कों में दरार पड़ने और लगातार भूमि धंसने के मद्देनजर 'सिंकिंग जोन' घोषित किया गया है। डूबते शहर में क्षतिग्रस्त घरों में रहने वाले 60 से अधिक परिवारों को अस्थायी राहत केंद्रों में पहुंचाया गया है।