'ललित मोदी ने मेरे सहकर्मी मुकुल रोहतगी पर झूठे आरोप लगाए हैं': कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा
सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को बताया कि आईपीएल के संस्थापक ललित मोदी ने सोशल मीडिया में सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी पर अपमानजनक आरोप लगाए हैं, जो अदालत को दिए गए अंडरटेकिंग का उल्लंघन है।
अंडरटेकिंग में कहा गया था कि वो इस तरह के बयान देने से बचेंगे।
ललित मोदी के परिवार से संबंधित संपत्ति निपटान विवाद सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित है।
सिब्बल ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के समक्ष कहा,
"इस मामले में, एक पारिवारिक विवाद है। मोदी परिवार विवाद। अदालत के समक्ष एक अंडरटेकिंग दिया गया था कि सोशल मीडिया में कोई बयान नहीं दिया जाएगा। लेकिन मेरे सहयोगी मुकुल रोहतगी के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए गए हैं। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है। यह इस अदालत के आदेश का उल्लंघन है।"
CJI ने सिब्बल को बताया कि मामला 14 फरवरी को पोस्ट किया गया है।
सिब्बल ने पहले की तारीख के लिए अनुरोध किया, ताकि बयानों को वापस लेने के लिए एक आदेश पारित किया जा सके। उन्होंने बेंच को बयानों की प्रतिलिपि सौंपी। बेंच में जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे।
दस्तावेज देखने के बाद पीठ ने पहले की तारीख देने पर सहमति जताई और मामले को अगले शुक्रवार के लिए सूचीबद्ध कर दिया।
सिब्बल ने कहा कि मोदी ने अन्य बयान भी दिए हैं जो आपत्तिजनक हैं।
ललित मोदी, जो वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम में रह रहे हैं, ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पेज पर सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी के खिलाफ उन्हें "भगोड़ा" कहने पर बयान दिया था। कुछ दिन पहले उन्होंने रोहतगी के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए एक और इंस्टाग्राम पोस्ट किया था।
दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली ललित मोदी की एक विशेष अनुमति याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। हाईकोर्ट ने ललित मोदी उनकी मां बीना मोदी और भाई-बहनों द्वारा दायर मध्यस्थता-विरोधी मुकदमे को बनाए रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने पहले मध्यस्थता के लिए पार्टियों को हटा दिया था।