न्यायमूर्ति चेलामेश्वर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसफ ने कहा, नौकरी से रिटायर होने के बाद कोई पद स्वीकार नहीं करेंगे
न्यायमूर्ति चेलामेश्वर और कुरियन जोसफ ने कहा है कि नौकरी से अवकाश लेने के बाद वे किसी भी तरह का पद स्वीकार नहीं करेंगे।
न्यायमूर्ति चेलामेश्वर ने तो अभी हाल ही में प्रसिद्ध पत्रकार करन थापर के साथ साक्षात्कार में यह बात कही जबकि न्यायमूर्ति जोसफ ने केरल मीडिया अकादमी के छात्रों से बातचीत करे हुए 9 अप्रैल को इस बात का खुलासा किया। चेलामेश्वर 22 जून को रिटायर हो रहे हैं।
न्यायमूर्ति जोसफ ने कहा कि पहरेदारों को चाहिए कि जब उसको लगे कि उसके मालिक (लोकतंत्र) पर ख़तरा बढ़ रहा है तो वह इसके बारे में सावधान करे और अगर जरूरत पड़े तो वह काटने से डरे नहीं।
ये दोनों ही जज अन्य दो जजों के साथ मिलकर इस वर्ष 12 जनवरी को प्रेस को संबोधित कर देश को चौंका दिया था। ये दो अन्य जज थे मदन बी लोकुर और रंजन गोगोई।
इन जजों ने आरोप लगाया था कि देश की शीर्ष अदालत में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है और उसका प्रशासन व्यवस्थित नहीं है। वहाँ बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जो वांछनीय नहीं है। इन जजों ने यह भी बताया कि अपनी शिकायतों के बारे में उन्होंने मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा को पत्र लिखा था।