आधार मामले में जब AG ने कहा, अयोध्या की सुनवाई होनी है, बहस का वक्त तय हो

Update: 2018-01-18 05:06 GMT

आधार की अनिवार्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की संविधान पीठ में बुधवार को सुनवाई शुरु हो गई। लेकिन शुरुआत में ही अयोध्या का मामला उठ गया। दरअसल सुनवाई की शुरूआत में AG के के वेणुगोपाल ने कोर्ट में कहा कि फरवरी की शुरुआत में ही अयोध्या मामले की सुनवाई होनी है। चूंकि आधार के मसले पर सुनवाई लंबी चलने की उम्मीद है इसलिए सुप्रीम कोर्ट सभी पक्षकारों के बहस करने का वक्त तय किया जाना चाहिए।

लेकिन इस दौरान याचिकाकर्ताओं की ओर से बहस कर रहे वरिष्ठ वकील श्याम दीवान ने इसका विरोध करते हुए कहा कि वो अभी कह नहीं सकते कि उन्हें अपनी बहस पूरी करने में कितना वक्त लगेगा। इसके बारे में वो अगले हफ्ते ही बता सकते हैं क्योंकि इस मामले में अलग अलग पहलुओं पर 27 याचिकाएं दाखिल हैं और सभी को दलीलें पेश करनी हैं।

हालांकि इस दौरान संविधान पीठ ने कोई टिप्पणी नहीं की।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए के सीकरी, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस अशोक भूषण की संविधान पीठ आधार की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। पीठ को तय करना है कि क्या आधार किसी व्यक्ति के निजता के अधिकार  का उल्लंघन करता है ?

वहीं चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने अयोध्या रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद विवाद के मामले की सुनवाई 8 फरवरी तय कर रखी है। पिछली सुनवाई में बेंच ने कहा था कि 8 फरवरी से अयोध्या मामले की रोजाना सुनवाई होगी।

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