सुप्रीम कोर्ट ने डायरीगेट मामले में CBI के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा के खिलाफ SIT जांच की स्टेटस रिपोर्ट मांगी
कोल घोटाले के आरोपियों से घर पर मिलने के डायरीगेट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा के खिलाफ SIT जांच की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
जस्टिस मदन बी लोकुर, जस्टिस कूरियन जोसफ और जस्टिस ए के सीकरी ने चार हफ्ते में SIT को सील कवर में रिपोर्ट रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
CBI के वर्तमान निदेशक SIT की अगवाई कर रहे हैं और ये SIT सुप्रीम कोर्ट के आदेश से ही बनाई गई थी।
सोमवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ता NGO कॉमन कॉज की ओर से पेश प्रशांत भूषण ने कोर्ट में कहा कि SIT जांच जनवरी में शुरु हुई लेकिन ये जांच कहां तक पहुंची, इसके बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में कोर्ट को जांच रिपोर्ट को तलब करना चाहिए।
दरअसल 23 जनवरी को CBI के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा द्वारा अपने घर पर कोल घोटाले के आरोपियों से मिलने के विजिटर रजिस्टर के आधार पर SIT से जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने CBI निदेशक की देखरेख में SIT जांच के आदेश दिए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ये मामला बडे महत्व का है और कोर्ट आरोपों पर कुछ टिप्पणी नहीं कर रहा लेकिन पूर्व विशेष निदेशक एम एल शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक प्रथम दृष्टतया ये केस बनता है और इसकी जांच होनी चाहिए। सीबीआई निदेशक टीम में दो लोगों की टीम बनाए और कोल घोटाले के विशेष अभियोजम वकील आरएस चीमा केस में सीबीआई निदेशक की मदद करेंगे।कोर्ट ने कहा था चूंकि मामला जनता से जुडा है इसलिए सीबीआई निदेशक जल्द मामले की जांच पूरी करें।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा था कि FIR दर्ज कर मामले की जांच SIT को सौंपी जाए या नहीं।
कोल घोटाले के आरोपियों से मिलने और जांच में दखल देने का मामले में रंजीत सिंहा की मुश्किलें बढ गई थीं जब सुप्रीम कोर्ट के बनाए CBI के पूर्व विशेष निदेशक एम एल शर्मा ने कोर्ट को सील कवर में रिपोर्ट सौंपी थी।तत्कालीन AG मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया था कि ये रिपोर्ट सिन्हा के खिलाफ है। लेकिन उन्होंने कोल केसों को बंद करने के मामले में जांच अफसर की रिपोर्ट को नहीं पलटा।
रिपोर्ट में कहा गया कि रंजीत सिन्हा मामले में शामिल हैं और शक की सुंई उनकी तरफ है। प्रशांत भूषण ने सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर रंजीत सिन्हा के घर की विजिटिंग डायरी दी है, वो जेनुअन है। काफी लोग सिन्हा से घर पर मिले और इनमें कई कोल घोटाले और 2G घोटाले के आरोपी थे। हालांकि रंजीत सिन्हा इन आरोपों को बेबुनियाद ठहराते रहे और विजिटर डायरी पर सवाल उठाते रहे।