देशभर में आपराधिक ट्रायल में समानता के लिए गाइडलाइन : सुप्रीम ने सिद्धार्थ लूथरा और आर बसंत को एमिक्स बनाया
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एस ए बोबडे और एल नागेश्वर राव की बेंच ने मंगलवार को वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा और आर बसंत को स्वत: संज्ञान लेकर आपराधिक ट्रायल की खामियों के लिए विशिष्ट गाइडलाइन जारी करने बनाम आंध्र प्रदेश व अन्य मामले में एमिक्स क्यूरी नियुक्त किया है।
बसंत के सुझावों पर सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक ट्रायलों में खामियों व अपर्याप्तता को लेकर संज्ञान लिया था। दरअसल केरल में एक राजनीतिक हत्या के मामले में दाखिल अपीलों पर आर बसंत ने सुप्रीम कोर्ट में आपराधिक मामलों के ट्रायल में खामियों व अपर्याप्त संसाधनों की ओर इशारा किया था। बसंत ने सुझाव दिया था कि आपराधिक न्याय प्रणाली के बेहतर हित में सुप्रीम कोर्ट को कुछ गाइडलाइन जारी करनी चाहिए ताकि देश के सभी हिस्सों में कोर्ट में ट्रायल के लिए काफी हद तक समानता हो सके।
कोर्ट ने सभी हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव/ प्रशासक और एडवोकेट जनरल/ सीनियर स्टैंडिंग काउंसिल को नोटिस जारी किया था ताकि देशभर में लागू परंपरा/ क्रिमिनल मैनूअल में जरूरी संशोधन कर एकरूपता बनाए जाने पर सहमति हो सके।
मंगलवार को बेंच ने याचिका को मंजूर करते हुए दर्ज किया कि सर्विस पूरी नहीं हुई है। इसलिए बेंच ने सहायक के माध्यम से लूथरा से आग्रह किया कि वो उन राज्य/ केंद्रशासित प्रदेशों, राज्यों के स्टैंडिंग काउंसिल व हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल तक नोटिस पहुंचाएं जिन तक ये नहीं पहुंचे हैं ताकि वो अगली सुनवाई में पेश हों और अपने जवाब दाखिल करें। सभी प्रतिवादियों को जवाब की कॉपी एमिक्स के देने के लिए भी कहा गया है। कोर्ट 12 दिसंबर को मामले की सुनवाई करेगा।