चर्चित आरुषी-हेमराज दोहरे हत्याकांड में इलाहाबाद हाई कोर्ट से बरी किए जाने के बाद राजेश और नूपुर तलवार डासना जेल से नोएडा स्थित अपने घर पहुंच गए। आरुषी के माता-पिता के बरी हो जाने के बाद 2008 में हुए इस दोहरे हत्याकांड का रहस्य अब और गहरा हो गया है क्योंकि इसे किसने अंजाम दिया इसका अभी तक नहीं पता चला है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 12 अक्तूबर को इस दंपति को रिहा करते हुए कहा कि पर्याप्त सबूत नहीं होने के कारण वह आरुषी के माता-पिता राजेश और नूपुर तलवार को रिहा कर रहा है। रिहाई के आदेश के चार दिन बाद तलवार दंपति को जेल से छोड़ा गया।
करीब चार वर्षों से इस मामले में जेल में बंद तलवार दंपति सोमवार को लगभग पांच बजे शाम जेल से बाहर आए। पुलिस की गाड़ी में तलवार दंपति नोएडा के जलवायु विहार स्थित नूपुर के माता-पिता के घर पहुंचे। इसी इलाके में 2008 में राजेश और नूपुर तलवार की बेटी आरुषी तलवार और उनके घरेलू नौकर नेपाल के रहने वाले हेमराज की हत्या कर दी गई थी।
आरुषी 16 मई 2008 को अपने कमरे में मृत पाई गई थी। इसके अलावा घर के नौकर हेमराज का शव भी अगले दिन तलवार दंपति के घर की छत से बरामद हुआ था। उस रात घर में तलवार दंपति, आरुषी और उसके नौकर हेमराज के अलावा घर में कोई और नहीं था.