जस्टिस पंचाल और जस्टिस राधाकृष्णन एसआईटी द्वारा 199 केस बंद करने के मामले की करेंगे जांच

Update: 2017-09-04 05:00 GMT

सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर जस्टिस जेएम पंचाल और जस्टिस केएसपी राधाकृष्णन की अगुवाई में कमिटी का गठन किया है जो एसआईटी द्वारा 84 दंगे की जांच के बाद 199 केस बंद करने के फैसले को एग्जामिन करेंगे। कमिटी 199 केस बंद करने के फैसले को स्क्रूटनी करेगी और 3 महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। कमिटी 5 सितंबर से जांच शुरू करेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कमिटी 42 अन्य मामलों की भी जांच करेगी जिसके बारे में एसआईटी ने मामले को बंद करने की बात कही है। कमिटी 5 सितंबर से काम शुरू करेगी और तीन महीने में रिपोर्ट देगी। साथ ही इस दौरान केंद्र सरकार कानून के मुताबिक कमिटी को वित्तीय औऱ अन्य सहायता देगा।

16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने दो रिटायर जजों की अगुवाई में सुपरविजरजी कमिटी का गठन करने का फैसला किया था। सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के मेंबर एस. गुरुलाब सिंह कहलोन की पीआईएल पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रही है। एसआईटी मामले की जांच कर रही है। एसआईटी ने 32 साल बाद 199 केस बंद करने की सिफाऱिश की थी। होम मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर कहा था कि एसआईटी ने 199 केस बंद करने की सिफारिश की है। तत्कालीन अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा था कि एसआईटी को 293 केस जांच के लिए दिए गए थे उनमें 199 केस बंद करने की सिफारिश की है।

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