सेंट्रल इन्फॉरमेशन कमिशन (सीआईसी) ने कहा है कि इंप्लाईज स्टेट इंश्योरेंस कंपनी (ईएसआईसी) के विजिलेंस ऑफिसर पीआईओ की तरह हैं और उन्हें जानकारी न देने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इन्फॉरेमशन कमिश्नर एम. श्रीधर आचार्युलू ने मामले में कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 11 अगस्त तक जवाब मांगा है। मामले में हरींद्र ढींगढ़ा नामक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि ईएसआईसी द्वारा कराए गए एग्जाम में जिन परीक्षार्थियों ने पेपर दिए उनके एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी मांगी गई थी। याचिकाकर्ता का आरोप था कि परीक्षा में फिल्म मुन्ना भाई की तरह जो आवेदक थे उनके बदले कोई अन्य एग्जाम में बैठा है।
पीआईओ द्वारा अलग-अलग विभागों के बारे में जो जानकारी दी गई उसमें विरोधाभास होने पर कमिशन ने नाराजगी जताई है। कमिशन ने कहहा कि शिकायती ने जो आरोप लगाया है उसके मामले में कोई छानबीन तक नहीं हुई है ये हैरानी की बात है। डिपार्टमेंट ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और साथ ही याचिकाकर्ता ने जो सवाल किए हैं उसका जवाब तक नहीं आया है और नजरअंदाज किया गया। ऐसे में पीआईएल को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है साथ ही डिप्टी डायरेक्टर को भी नोटिस जारी किया जाता है। 11 अगस्त को अगली सुनवाई होगी।