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जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021 [कल शाम पांच बजे]
जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड 'प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021' [कल शाम पांच बजे]

जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड 'प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021' 24 सितंबर, 2021 लाइवलॉ द्वारा आयोजित किया जा रहा है।'सेकेंड प्रोफेसर शामनाद बशीर स्मृति व्याख्यान 2021'अध्यक्ष: न्यायमूर्ति रवींद्र भट (न्यायाधीश, भारत का सर्वोच्च न्यायालय)विषय: 'मौलिक अधिकार और नियामक राज्य की भूमिका'कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट वृंदा भंडारी द्वारा किया जाएगा।एडवोकेट संतोष मैथ्यूज प्रोफेसर शामनाद बशीर पर संक्षिप्त भाषण देंगे।दिनांक और समय:- 25 सितंबर, 2021 (शनिवार), शाम 05 बजे (आईएसटी)इस पर...

जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021 [24 सितंबर, 2021]
जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड 'प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021' [24 सितंबर, 2021]

जस्टिस रवींद्र भट की अध्यक्षता में सेकेंड 'प्रोफेसर शामनाद बशीर मेमोरियल लेक्चर 2021' 24 सितंबर, 2021 लाइवलॉ द्वारा आयोजित किया जा रहा है।'सेकेंड प्रोफेसर शामनाद बशीर स्मृति व्याख्यान 2021'अध्यक्ष: न्यायमूर्ति रवींद्र भट (सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश)विषय: 'मौलिक अधिकार और नियामक राज्य की भूमिका'कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट वृंदा भंडारी द्वारा किया जाएगा।एडवोकेट संतोष मैथ्यूज प्रोफेसर शामनाद बशीर पर संक्षिप्त भाषण देंगे।दिनांक और समय:- 25 सितंबर, 2021 (शनिवार), शाम 05 बजे (आईएसटी)इस पर लाइव...

[लाइव] लोकतंत्र, असहमति और कठोर कानून पर चर्चा- क्या यूएपीए और राजद्रोह को हमारी क़ानून की किताबों में जगह मिलनी चाहिए?
[लाइव] लोकतंत्र, असहमति और कठोर कानून पर चर्चा- क्या यूएपीए और राजद्रोह को हमारी क़ानून की किताबों में जगह मिलनी चाहिए?

कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल एकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स (CJAR) और ह्यूमन राइट्स डिफेंडर्स अलर्ट (HRDA) LIVELAW के साथ मिलकर डेमोक्रेसी, डिसेंट और कठोर कानून पर एक वेबिनार का आयोजन कर रहे हैं। इस वेबिनार का विषय है- क्या यूएपीए और सेडिशन को हमारी क़ानून की किताबों में जगह मिलनी चाहिए?वेबिनार में शामिल होने वाले सम्मानित पैनलिस्ट हैं: -1. न्यायमूर्ति मदन भीमराव लोकुर, पूर्व न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय2. न्यायमूर्ति आफताब आलम, पूर्व न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय3. न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता, पूर्व...