सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एच.एस. बेदी का 21 नवंबर, गुरुवार को निधन हो गया।
5 सितंबर, 1946 को जन्मे जस्टिस बेदी ने 12 जनवरी, 2007 से 5 सितंबर, 2011 तक सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में कार्य किया।
जस्टिस बेदी के पुत्र जस्टिस जसजीत सिंह बेदी वर्तमान में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जज के रूप में कार्यरत हैं।
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने संदेश प्रसारित किया, जिसमें कहा गया:
"गहरे दुख और शोक के साथ सूचित किया जाता है कि माननीय जज जस्टिस एच.एस. बेदी [सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज, बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और इस हाईकोर्ट के पूर्व एक्टिंग चीफ जस्टिस] माननीय जस्टिस जसजीत सिंह बेदी के पिता, अपने स्वर्गीय निवास के लिए चले गए।"
शुक्रवार को चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार समारोह आयोजित किया जाएगा। बार एसोसिएशन ने यह भी घोषणा की कि दिवंगत जज के सम्मान में वकील शुक्रवार को दोपहर 1 बजे के बाद काम से विरत रहेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में अपनी पदोन्नति से पहले जस्टिस बेदी ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जज के पद पर अपनी पदोन्नति के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्य किया।
2012 में सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस बेदी को हिरासत में मौतों के मामलों की जांच के लिए गुजरात सरकार द्वारा गठित विशेष कार्य बल (STF) द्वारा की गई जांच की निगरानी के लिए निगरानी समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था।
2019 में जस्टिस बेदी ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें तीन मामलों में गड़बड़ी पाई गई और कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई।