उमेश पाल मर्डर - मुख्य आरोपी बार एसोसिएशन का सदस्य नहीं है, मीडिया भ्रामक समाचार फैला रहा है: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है कि उमेश पाल मर्डर केस के मुख्य आरोपी सदाकत खान, जिसे यूपी पुलिस ने साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया है, एसोसिएशन का सदस्य नहीं है, जैसा कि मीडिया द्वारा दावा किया जा रहा है।
दोहरे हत्याकांड में संलिप्त खान इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने वाले वकील होने के बारे में विभिन्न अखबारों और सोशल मीडिया में फैलाई जा रही भ्रामक खबरों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि ऐसा व्यक्ति (सदाकत खान) कभी भी एसोसिएशन के सदस्य नहीं रहा है और इस नाम से जाने वाले किसी भी वकील ने एसोसिएशन की सदस्यता के लिए आवेदन नहीं किया है।
एसोसिएशन ने कहा है कि इस प्रकार की भ्रामक, तथ्यहीन जानकारी के प्रकाशन/प्रसार से हाईकोर्ट के वकीलों की छवि धूमिल होती है। एसोसिएशन ने कहा है कि ऐसी भ्रामक खबरें प्रकाशित करने से पहले मीडिया को सटीक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए थी।
" इस प्रकार की जानकारी को प्रकाशित/प्रसारित करने से पहले, मीडिया समूह को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से वास्तविक और सही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
एसोसिएशन सभी मीडिया हाउस से ईमानदारी से अपेक्षा करता है कि भविष्य में कोई भी तथ्यहीन और आधारहीन जानकारी बिना इसकी सत्यता की पुष्टि करने से पहले प्रकाशित नहीं होगी। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अपने सभी सम्मानित सदस्यों के हित, सम्मान और सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार और प्रतिबद्ध है।"
खान पर आरोप है कि उसने बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल की हत्या की साजिश मुस्लिम हॉस्टल के अपने कमरे में रची थी। पिछले हफ्ते प्रयागराज में हुई सनसनीखेज दिनदहाड़े हत्या ने उमेश की सुरक्षा में तैनात यूपी पुलिस के एक सिपाही की भी जान ले ली।