न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा और न्यायमूर्ति चंद्रधारी सिंह ने दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली

Update: 2021-10-11 06:16 GMT

न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा और न्यायमूर्ति चंद्रधारी सिंह ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के रूप में शपथ ली।

मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल ने दोनों नवनियुक्त न्यायाधीशों को शपथ दिलाई।

केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में दोनों सहित उच्च न्यायालय के 15 न्यायाधीशों के स्थानांतरण को अधिसूचित किया था।

न्यायमूर्ति चंद्रधारी सिंह और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे।

जस्टिस यशवंत वर्मा के बारे में

जस्टिस वर्मा ने 1992 में रीवा विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 08 अगस्त 1992 को अधिवक्ता के रूप में नामांकन किया।

उन्होंने मुख्य रूप से संवैधानिक, औद्योगिक विवादों, कॉर्पोरेट, कराधान, पर्यावरण और कानून की संबद्ध शाखाओं से संबंधित मामलों की विभिन्न प्रकृति को समझने के लिए सिविल मामलों में प्रैक्टिस किया।

वह 2012 से अगस्त, 2013 तक यूपी राज्य के लिए मुख्य स्थायी वकील रहे, जिसके बाद उन्हें न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था।

13 अक्टूबर 2014 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने के बाद, उन्होंने 01 फरवरी, 2016 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

जस्टिस चंद्रधारी सिंह के बारे में

जस्टिस सिंह ने साल 1993 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया था।

उन्होंने भारत के सर्वोच्च न्यायालय में "एडवोकेट-ऑन रिकॉर्ड" के रूप में प्रैक्टिस किया और इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ बेंच, लखनऊ, दिल्ली उच्च न्यायालय, अन्य उच्च न्यायालयों, ट्रायल कोर्ट और ट्रिब्यूनल के समक्ष मूल पक्ष, दीवानी और आपराधिक मामलों में निपटारा किया।

उन्हें 22 सितंबर, 2017 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 06 सितंबर, 2019 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

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