'ग्रीन जज' के नाम से मशहूर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस कुलदीप सिंह का निधन
92 वर्षीय सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस कुलदीप सिंह चंडीगढ़ में निधन हो गया।
उन्होंने 14.12.1988 से 21.12.1996 तक आठ साल तक सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर काम किया। उन्हें पर्यावरण कानून के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता था, जिसके चलते उन्हें ग्रीन जज का नाम दिया गया।
लंबे समय तक उन्होंने उस बेंच की अध्यक्षता की, जिसने एमसी मेहता केस को संभाला था। इसमें दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कई आदेश पारित किए गए थे।
एमसी मेहता बेंच ने ताजमहल को औद्योगिक प्रदूषण से बचाने के लिए भी आदेश पारित किए और ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन में गतिविधियों को प्रतिबंधित किया।
रिटायरमेंट के बाद जस्टिस सिंह ने 2002 में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्समायोजन पर परिसीमन आयोग का नेतृत्व किया।
उनका जन्म 1 जनवरी 1932 को वर्तमान पाकिस्तान के झेलम में हुआ था। उन्होंने इंग्लैंड में अपनी कानूनी शिक्षा पूरी की और लंदन के लिंकन इन में बैरिस्टर-एट-लॉ के रूप में बुलाए गए।
उन्होंने 1959 में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। 1987 में उन्हें पंजाब का एडवोकेट जनरल नियुक्त किया गया।