जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने पांच साल के अंतराल के बाद 25 वकीलों को सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया

Update: 2025-08-20 07:20 GMT

एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख ने 25 वकीलों को सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया, जो 3 दिसंबर, 2020 के बाद पहली बार है। यह निर्णय 19 अगस्त, 2025 को आयोजित फुल कोर्ट बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।

यह प्रक्रिया जम्मू-कश्मीर एंड लद्दाख हाईकोर्ट (सीनियर एडवोकेट की नियुक्ति) नियम, 2025 के अनुसार की गई। इसका उद्देश्य बार में पेशेवर उत्कृष्टता को मान्यता प्रदान करना और साथ ही कानूनी बिरादरी के विभिन्न वर्गों की योग्यता, विविधता और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना था।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार 29 मई, 2025 और 2 जुलाई, 2025 की अधिसूचनाओं के अनुसार 45 आवेदन प्राप्त हुए। जांच और मूल्यांकन प्रक्रिया में सीनियरिटी, वकालत की गुणवत्ता, सत्यनिष्ठा, प्रतिष्ठा और समावेशिता जैसे कारकों पर विचार किया गया। आवेदकों ने हाईकोर्ट और जिला/ट्रायल कोर्ट प्रैक्टिस दोनों का प्रतिनिधित्व किया।

2025 नियमों के नियम 5 के तहत एक वचन पत्र प्रस्तुत करने के अधीन निम्नलिखित वकीलों को सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया गया-

1. सुरिंदर सिंह

2. शब्बीर अहमद नाइक

3. ताहिर माजिद शम्सी

4. सैयद मंजूर अहमद

5. मुश्ताक अहमद चशू

6. असीम कुमार साहनी

7. दीपिका महाजन

8. रविंदर शर्मा

9. राकेश कुमार चरगोत्रा

10. मसूद जान

11. अमित गुप्ता

12. तसद्दुक हुसैन ख्वाजा

13. चंदर शेखर गुप्ता

14. विशाल शर्मा

15. निर्मल किशोर कोटवाल

16.रामेश्वर प्रसाद शर्मा

17. अजय शर्मा

18. शाह मोहम्मद.

19. सकल भूषण

20. रजनीश रैना

21. शबीना नज़ीर

22. रोहित कोहली

23. रमन शर्मा

24. अनुपम रैना

25. शिवानी जलाली पंडिता

यह कदम हाईकोर्ट द्वारा पांच साल के अंतराल के बाद पदनाम प्रक्रिया को संस्थागत बनाने पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने के एक हिस्से के रूप में उठाया गया, जिससे कानूनी योग्यता की मान्यता और बार के भीतर व्यापक प्रतिनिधित्व दोनों सुनिश्चित होंगे।

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