छात्र नेता अनीस खान की कथित हत्या: वकील ने कलकत्ता हाईकोर्ट से स्वत: संज्ञान कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध किया
हावड़ा जिले के अमता में छात्र नेता अनीस खान की "रहस्यमय" मौत के मामले में सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की गई, जिसमें एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा मामले की जांच की मांग की गई।
जस्टिस राजशेखर मंथा के समक्ष संबंधित वकील ने एक मौखिक याचिका दायर कर छात्र नेता अनीस खान की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने के लिए स्वत: संज्ञान लेकर अदालत के हस्तक्षेप की प्रार्थना की।
जस्टिस मंथा ने बाद में वकील को लिखित प्रार्थना के साथ अदालत में पेश होने का निर्देश दिया।
छात्र कार्यकर्ता अनीस खान शनिवार 19 फरवरी, 2022 की तड़के हावड़ा जिले के अमता ब्लॉक में अपने घर पर मृत पाया गया। खान की हत्या के विरोध में कोलकाता की आलिया यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर छात्रों ने प्रदर्शन किया। अनीस खान आलिया यूनिवर्सिटी में पांच वर्षीय मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) का छात्र था। खान ने राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ आलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा 137 दिनों तक चले विरोध प्रदर्शन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
खान के पिता ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की रात चार लोग पुलिस और स्वयंसेवक की वर्दी पहनकर उनके घर आए थे। उन्होंने दावा किया कि उनके बेटे को अमता में उनके घर की तीसरी मंजिल से धक्का दिया गया। खान का परिवार मौत की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
यह ध्यान दिया जा सकता है कि कथित तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि एक विशेष जांच दल (एसआईटी) कथित घटना की जांच करेगा।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा,
"छात्र नेता अनीस खान की मौत की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया जाएगा। मुख्य सचिव और आपराधिक जांच विभाग के महानिदेशक एसआईटी का हिस्सा होंगे। यह 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। हर मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। अनीस एक अच्छा आदमी था। वह हमारे संपर्क में था और चुनाव के दौरान उसने हमारी मदद भी की। जो भी इसके लिए जिम्मेदार है उसे पकड़ा जाएगा और कानून के तहत दंडित किया जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"