"आप सभी को देखकर खुशी हो रही है" : जस्टिस चंद्रचूड़ ने फिज़िकल सुनवाई के लिए आने वाले वकीलों को देखकर कहा
सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को वकीलों को फिज़िकल सुनवाई के लिए आते देखकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "हम आप सभी को देखकर खुश हैं। आप कल्पना नहीं कर सकते कि हर सुबह स्क्रीन देखना कितना अकेलेपन के अहसास की तरह होता है।"
मार्च 2020 में COVID-19 महामारी की शुरुआत के कारण वर्चुअल मोड में सुनवाई स्विच करने के बाद आज पहली बार सुप्रीम कोर्ट पूरी तरह से फिज़िकल सुनवाई के लिए खोला गया।
COVID-19 महामारी के बाद के दौर में कोर्ट ने कामकाज के लिए हाइब्रिड मोड अपनाया, जिसमें फिज़िकल और वर्चुअल दोनों तरह से सुनवाई के विकल्प रखे थे। हालांकि, अधिकांश वकीलों ने वर्चुअल सुनवाई का विकल्प चुना।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा पूर्ण रूप से फिज़िकल सुनवाई की लगातार मांग किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 7 अक्टूबर को प्रत्येक सप्ताह के बुधवार और गुरुवार को अनिवार्य रूप से फिज़िकल सुनवाई करने का फैसला किया।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा फिज़िकल सुनवाई के पहले दिन वकीलों का स्वागत करते हुए कहा,
"उन सभी चेहरों को देखना बहुत अच्छा है जो बौद्धिक रूप से खुशी और रौशनी लाते हैं। आइए आशा करते हैं कि हम चेहरे को फिज़िकल रूप से देखते रहें।"
नीट-एआईक्यू में ओबीसी-ईडब्ल्यूएस कोटा लागू करने को चुनौती देने वाले एक मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने यह टिप्पणी की। जब मामला स्थगित किया जा रहा था, तब एक पक्ष की ओर से पेश अधिवक्ता वीके बीजू ने अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई फिज़िकल सुनवाई के दिन की जाए। अधिवक्ता बीजू ने प्रस्तुत किया कि वर्चुअल कामकाज के कारण जूनियर वकील पीड़ित हैं।
सुप्रीम कोर्ट परिसर में लगभग डेढ़ साल बाद आज वकीलों की भारी भीड़ गलियारों में जानी-पहचानी हलचल के साथ दिखाई दे रही थी।