दिल्ली में प्रदूषण : सुप्रीम कोर्ट ने हाइड्रोजन आधारित ईंधन तकनीक पर विचार करने के निर्देश दिए
दिल्ली और NCR में वायु प्रदूषण पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार को जमकर फटकार लगाई है।
बुधवार को सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा, "हमारे विचार में, सरकार और अन्य हितधारकों द्वारा समस्या का समाधान खोजने के लिए बहुत कम रचनात्मक प्रयास किए गए हैं।पूरा उत्तर भारत और एनसीआर वायु प्रदूषण के मुद्दे से पीड़ित है। देशवासियों के हित में हमने संज्ञान लिया है।"
इसी दौरान पीठ के सामने बताया गया कि जापान के विशेषज्ञ हाइड्रोजन आधारित ईंधन तकनीक विकसित कर रहे हैं जो भारत के वायु प्रदूषण की चिंताओं को हल कर सकता है।
इस पीठ ने हाईड्रोजन आधारित ईंधन प्रौद्योगिकी की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए सरकार को निर्देश दिया है। पीठ ने कहा कि केंद्र सरकार जापानी विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियों पर विचार करे और जापान के हाइड्रोजन आधारित ईंधन तकनीक की व्यवहार्यता का आकलन करे। पीठ ने केंद्र सरकार को 3 दिसंबर तक हाइड्रोजन आधारित ईंधन तकनीक की व्यवहार्यता रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिए हैं।