केंद्र ने पतंजलि से कहा,  COVID 19  के इलाज के लिए बनाई असत्यापित आयुर्वेद दवाई के विज्ञापन पर लगाएं रोक

Update: 2020-06-23 16:34 GMT

केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने COVID 19  के उपचार के लिए पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा विकसित आयुर्वेदिक की दवाइयों के बारे में आई मीडिया रिपोर्ट पर स्वतःसंज्ञान लिया है।

मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इन कथित वैज्ञानिक अध्ययन के दावों और विवरणों के तथ्य के बारे में उनको जानकारी नहीं है और वह अप्रमाणित हैं। इसलिए उन्होंने कंपनी से कहा है कि वह ऐसे दावों के विज्ञापन पर रोक लगाए।

मंत्रालय ने कंपनी से कहा है कि जब तक संबंधित अधिकारियों द्वारा विधिवत रूप से इन दावों को सत्यापित नहीं कर लिया जाता है,तब तक कंपनी ऐसे दावे करने से परहेज करें। 

मंत्रालय ने कंपनी को यह भी सूचित किया है कि आयुर्वेदिक दवाओं सहित दवाओं के ऐसे विज्ञापन को ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज (अब्जेक्शनबल एडवर्टइज्मेंट ) एक्ट, 1954 के प्रावधानोें और इसके तहत बनाए गए नियमों के तहत विनियमित किया जाता है।

इस बीच, मंत्रालय ने उत्तराखंड सरकार के संबंधित राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण से भी अनुरोध किया है कि वह  COVID 19   का उपचार करने का दावा करते हुए बनाई गई इन आयुर्वेदिक दवाओं के लाइसेंस और उत्पाद अनुमोदन के विवरण उनको उपलब्ध कराएं। 

सत्यापन के आशय के लिए, सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद से निम्न तथ्यों की जानकारी मांगी है, जो इस प्रकार हैं-

-  COVID 19 का उपचार करने का दावा करते हुए बनाई गई इन दवाओं का नाम व इनका संघटक या काम्पजिशन।

-साइट (एस) /अस्पताल (एस),  COVID 19   के लिए कहां पर इस शोध अध्ययन को किया गया था।

-प्रोटोकॉल, नमूने का आकार, संस्थागत आचार समिति की मंजूरी, सीटीआरआई पंजीकरण और अध्ययन के परिणाम।

इस बात पर ध्यान दिया जा सकता है कि मंत्रालय ने 21 अप्रैल, 2020 को एक गजट अधिसूचना जारी की थी। जिसमें यह बताया गया था कि आयुष के हस्तक्षेप/ दवाओं के साथ  COVID 19   के संबंध में की जाने वाली रिसर्च स्टडी के लिए क्या-क्या आवश्यकताएं पूरी करनी होंगी और इस तरह की स्टडी को करने के तरीके भी निर्धारित किए गए थे।  

इस वर्ष की शुरुआत में, आयुष मंत्रालय ने इस बीमारी के इलाज के लिए चार आयुर्वेदिक दवाओं के नैदानिक​परीक्षणों की अनुमति दी थी। कंपनी ने अब 'कोरोनिल और स्वसारी'लॉन्च की है। जिसमें दावा किया गया है कि नैदानिक ​​परीक्षणों के दौरान दवाओं ने ''100 प्रतिशत अनुकूल परिणाम'' दिए हैं। 

योग गुरू रामदेव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि-

''हम आज  COVID 19 दवाइयां कोरोनिल और स्वसारी (Coronil and Swasari) लॉन्च कर रहे हैं। हमने इनके लिए दो परीक्षण किए हैं। 

पहला नैदानिक​नियंत्रित अध्ययन, जो दिल्ली, अहमदाबाद सहित कई अन्य शहरों में किया गया है। इसके तहत 280 रोगियों को शामिल किया गया था,जिनमें से 100 प्रतिशत मरीज इस दवा के उपयोग से ठीक हो गए हैं। इस दौरान हम कोरोना और इसकी जटिलताओं को नियंत्रित करने में सक्षम रहे थे।  इसके बाद सभी महत्वपूर्ण नैदानिक​नियंत्रण परीक्षण किए गए थे।''

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