सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा, क्या जेलों में सामांतर सिस्टम चल रहा है ? केंद्र से मांगा जवाब
देश भर की जेलों में बदतर हालात को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फिर चिंता जताई है। कोर्ट ने कहा कि सालों से कई जेलों के भीतर रंगाई- पुताई नहीं हुई है। जेलों में टॉयलेट साफ नहीं होते और सीवर लीक होते हैं। जेलों में बंद महिला कैदियों के बच्चों के रहने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
बुधवार को जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की पीठ ने ASG अमन लेखी से कि कई जेलों में खास कैदियों को विशेष सुविधाएं कैसे ? अखबारों में खबर आई है कि तिहाड जेल में कुछ कैदियों को टीवी और सोफा जैसी विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं ?
न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर ने कहा, "क्या हो रहा है? जेलों में एक समांतर प्रणाली चल रही है? क्या जेलों में विशेष अधिकार हैं? "तिहाड़ जेल से संबंधित समाचार पत्र की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए पीठ ने कहा, "तिहाड़ में क्या चल रहा है? लोग टीवी, सोफा का आनंद ले रहे हैं। सरकार का जवाब क्या है? क्या आप कहेंगे कि आप केंद्र हैं और यह राज्य का मुद्दा है? "
इस दौरान अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अमन लेखी ने कहा कि इस मामले को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। अब अगले सोमवार को मामले की सुनवाई होगी और केंद्र सरकार इसका जवाब देगी।
गौरतलब है कि पीठ जेलों में सुविधाओं को लेकर सुनवाई कर रही है। इससे पहले पीठ ने AG के के वेणुगोपाल से जेलों की दुर्दशा पर सहायता करने को कहा था।