शनिवार को अब आम लोग सुप्रीम कोर्ट देखने आ सकते हैं, मुख्य न्यायाधीश ने दर्शकों के पंजीकरण के लिए पोर्टल शुरू किया
‘सुप्रीम कोर्ट के भवन के आलीशान अंदरूनी हिस्से को देखने का यह सुनहला अवसर होगा’।
सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा ... सुप्रीम कोर्ट ने वह कहा। यह सब आप खबरों में पढ़ते रहे हैं। आप सुप्रीम कोर्ट के बारे में इस तरह की खबरें प्रतिदिन अखबारों में पढ़ते हैं।
पर क्या आपने इस भव्य प्रासाद को देखा है, जहां इतने महत्त्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं, जहां कानून की व्याख्या होती है, उनकी लानत-मलानत होती है। अगर आप वकील हैं, या कानूनी पेशे से जुड़े लोगों से सम्बद्ध हैं, तो आपने हो सकता है की इसे नजदीक से देखा होगा, पर अधिकांश लोगों ने इसे नहीं देखा है। अब मौका आ गया है, आप भी इसे आकार देख सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने वृहस्पतिवार को एक पोर्टल की शुरुआत की इसके माध्यम से आप सुप्रीम कोर्ट को देखने के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
इस पोर्टल का उदघाटन करते हुए न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा “सुप्रीम कोर्ट को जनता के लिए खोलने का पूरा विचार मेरा है। मैं इस बात के लिए क्षमा चाहता हूँ कि मैंने इसके बारे में अपने किसी भी जज बंधुओं से कोई मशविरा नहीं किया। पर मुझे विश्वास है कि वे भी इस निर्णय में मेरे साथ हैं”।
सुप्रीम कोर्ट अब हर शनिवार, अगर उस दिन छुट्टी की घोषणा हो चुकी है, तो उसे छोडकर, सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आम आम लोगों के लिए खुला रहेगा। इस दिन आप सुप्रीम कोर्ट भवन के अंदरूनी हिस्से को देख पाएंगे। अगर आप चाहें तो इसके लिए पूर्व नियोजित और निर्देशित दौरे के लिए भी अग्रिम पंजीकरण करा सकते हैं। आगंतुकों के साथ गाइड होंगे जो उन्हें इस भवन की ऐतिहासिकता के बारे में बताएँगे और दर्शक अदालत भवनों को भी देख पाएंगे।
इस पोर्टल पर आप ‘रजिस्ट्रेशन’ टैब पर क्लिक करें और फिर उसके तहत ‘गाइडेड टूर’ पर जाकर एक छोटा फॉर्म भरिये और अपना पंजीकरण पक्का कीजिए। इसके लिए कोई फीस नहीं ली जाती है। इसके अंदर जाने के क्रम में कोई भी खाद्य सामाग्री, पान, गुटखा, मोबाइल या कैमरा नहीं ले जा सकते। इसके अंदर फोटो लेना मना है। इस परिसर को देखने के दौरान आप कैमरा या मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं कर सकते।
सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा ... सुप्रीम कोर्ट ने वह कहा। यह सब आप खबरों में पढ़ते रहे हैं। आप सुप्रीम कोर्ट के बारे में इस तरह की खबरें प्रतिदिन अखबारों में पढ़ते हैं।
पर क्या आपने इस भव्य प्रासाद को देखा है, जहां इतने महत्त्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं, जहां कानून की व्याख्या होती है, उनकी लानत-मलानत होती है। अगर आप वकील हैं, या कानूनी पेशे से जुड़े लोगों से सम्बद्ध हैं, तो आपने हो सकता है की इसे नजदीक से देखा होगा, पर अधिकांश लोगों ने इसे नहीं देखा है। अब मौका आ गया है, आप भी इसे आकार देख सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने वृहस्पतिवार को एक पोर्टल की शुरुआत की इसके माध्यम से आप सुप्रीम कोर्ट को देखने के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
इस पोर्टल का उदघाटन करते हुए न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा “सुप्रीम कोर्ट को जनता के लिए खोलने का पूरा विचार मेरा है। मैं इस बात के लिए क्षमा चाहता हूँ कि मैंने इसके बारे में अपने किसी भी जज बंधुओं से कोई मशविरा नहीं किया। पर मुझे विश्वास है कि वे भी इस निर्णय में मेरे साथ हैं”।
सुप्रीम कोर्ट अब हर शनिवार, अगर उस दिन छुट्टी की घोषणा हो चुकी है, तो उसे छोडकर, सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आम आम लोगों के लिए खुला रहेगा। इस दिन आप सुप्रीम कोर्ट भवन के अंदरूनी हिस्से को देख पाएंगे। अगर आप चाहें तो इसके लिए पूर्व नियोजित और निर्देशित दौरे के लिए भी अग्रिम पंजीकरण करा सकते हैं। आगंतुकों के साथ गाइड होंगे जो उन्हें इस भवन की ऐतिहासिकता के बारे में बताएँगे और दर्शक अदालत भवनों को भी देख पाएंगे।
इस पोर्टल पर आप ‘रजिस्ट्रेशन’ टैब पर क्लिक करें और फिर उसके तहत ‘गाइडेड टूर’ पर जाकर एक छोटा फॉर्म भरिये और अपना पंजीकरण पक्का कीजिए। इसके लिए कोई फीस नहीं ली जाती है। इसके अंदर जाने के क्रम में कोई भी खाद्य सामाग्री, पान, गुटखा, मोबाइल या कैमरा नहीं ले जा सकते। इसके अंदर फोटो लेना मना है। इस परिसर को देखने के दौरान आप कैमरा या मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं कर सकते।