सुप्रीम कोर्ट में पहली बार महिला वकील को सीधे SC जज बनाने की सिफारिश, कॉलेजियम ने इंदू मल्होत्रा और जस्टिस जोसफ को SC जज बनाने की सिफारिश की

Update: 2018-01-11 12:10 GMT

पहली बार सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में किसी महिला वकील को सीधे सुप्रीम कोर्ट जज नियुक्त करने की सिफारिश की गई है। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदू मल्होत्रा और उतराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के एम जोसफ को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त करने के लिए केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी है।

जानकारी के मुताबिक इन दोनों के लिए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस जे चेलामेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसफ के कॉलेजियम ने सर्वसम्मति से ये सिफारिश की है।

 इंदू मल्होत्रा सुप्रीम कोर्ट में सीधे जज बनने वाली पहली महिला जज होंगी जबकि सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल जस्टिस आर बानूमति के बाद दूसरी महिला जज होंगी। आजादी के बाद से अभी तक सुप्रीम कोर्ट की जज बनने वाली वो छठी महिला होंगी।

सुप्रीम कोर्ट में शुरुआत के 39 सालों में कोई महिला जज नहीं रही। 1989 में फातिमा बीवी को सुप्रीम कोर्ट की जज बनाया गया। इसके बाद जस्टिस सुजाता मनोहर, जस्टिस रुमा पाल, जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा और जस्टिस रंजना देसाई को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किया गया। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में कुल 31 पदों में जजों के 6 पद खाली हैं।

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