हरियाणा जूडिशियल एग्जाम में पर्चा लीक मामले में एसआईटी का गठन [आर्डर पढ़े]
पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने सोमवार को एक तीन सदस्यों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है जो हरियाणा जूडिशियल सर्विस एग्जाम के पेपर लीक मामले की जांच करेगी।
आईपीएस व क्राइम व इन्वेस्टिगेशन के एसपी रवि कुमार सिंह, सिक्युरिटी एंड ऑपरेशन के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम को एसआईटी में रखा गया है। हाई कोर्ट के जस्टिस राजेश बिंदल की अगुवाई वाली बेंच के सामने चंगीगढ़ के डीपीसी तेजेंद्र लूथरा ने एसआईटी के बारे में जानकारी दी। सरकार की ओर से रणदीप राय पब्लिक प्रोसिक्युटर थे जिन्होंने रिपोर्ट दी है।
हाई कोर्ट ने 15 सितंबर को आदेश पारित कर पुलिस से कहा था कि मामले की छानबीन के लिए एसआईटी गठित किया जाए।
इसी बीच पंचकुला के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस ने हलफनामा दायर कर कहा है कि 20 जुलाई को इस बारे में शिकायत मिली थी। असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने 22 जुलाई को रिपोर्ट दी थी कि शिकायत झूठी है। एफिडेविट में कहा गया है कि एसएचओ की जानकारी के बिना रिपोर्ट दी गई थी और उनके दस्तखत कराए गए थे जबकि उनकी जानकारी में तथ्य नहीं था। पंचकुला में इस बाबत केस दर्ज किया गया था।
को्ट ने इस मामले में पहले ही एफआईआऱ दर्ज करने को कहा था। जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया में हुई कथित धांधली के मामले में जांच के लिए कमिटी बनाई गई थी। सवाल के लीक के मामले में सुनीता, सुशीला, डॉक्टर बलविंदर शर्मा रजिस्ट्रार रिक्रूटमेंट के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। ये सवाल एचसीएस (जेबी) प्रारंभिक परीक्षा 2017 के एग्जाम में लीक हुआ था। कोर्ट ने इस मामले में उक्त रजिस्ट्रार को सस्पेंड कर रखा है।