DNLU के सीटिल सेंटर द्वारा 'डीकार्बोनाइजेशन–व्यापार संबंध' और 'भारत के डायरेक्ट सेलिंग सेक्टर' पर दो पुस्तकों का सफल विमोचन

Praveen Mishra

21 Nov 2025 5:26 PM IST

  • DNLU के सीटिल सेंटर द्वारा डीकार्बोनाइजेशन–व्यापार संबंध और भारत के डायरेक्ट सेलिंग सेक्टर पर दो पुस्तकों का सफल विमोचन

    धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जबलपुर (DNLU) के सेंटर फॉर स्टडीज़ इन इंटरनेशनल ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लॉज़ (CITIL) ने अपने कैंपस में थॉमसन रॉयटर्स द्वारा प्रकाशित दो महत्वपूर्ण एडिटेड पुस्तकों—

    “Decarbonization, Trade and Climate Change: Developing Countries' Perspective” एवं

    “Direct Selling Business in India: Issues, Challenges and Prospects”—का विमोचन किया।

    कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय श्री जस्टिस संजीव सचदेवा, मुख्य न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (चीफ पैट्रन), तथा विशिष्ट अतिथि माननीय श्री जस्टिस विवेक अग्रवाल, न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (पैट्रन) ने इन पुस्तकों का लोकार्पण किया।

    विमोचन समारोह में प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार सिन्हा, कुलपति,

    डॉ. प्रवीण त्रिपाठी, कुलसचिव,

    तथा श्री उत्कर्ष के. मिश्रा, निदेशक–सीटिल भी उपस्थित रहे।

    मुख्य वक्तव्यों की प्रमुख बातें

    मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा ने ग्लोबल ट्रेड पॉलिसी में पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी और आर्थिक विकास के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया।

    न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल ने डायरेक्ट सेलिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में सस्टेनेबल बिज़नेस प्रैक्टिस को बढ़ावा देने हेतु मजबूत नियामक ढांचे की आवश्यकता पर बल दिया।

    कुलपति प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार सिन्हा ने जलवायु परिवर्तन, व्यापार और बदलते व्यावसायिक मॉडल पर नीति निर्माण में अकादमिक शोध की अहमियत को रेखांकित किया।

    कुलसचिव डॉ. प्रवीण त्रिपाठी ने समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए अंतःविषय संवाद (Interdisciplinary Dialogue) की अनिवार्यता पर जोर दिया।

    पैनल चर्चाएँ

    कार्यक्रम में दो विशेष थीमैटिक पैनल चर्चाएँ आयोजित की गईं—

    “Decarbonization, Trade and Climate Change: Developing Countries' Perspective”

    चर्चा में डीएनएलयू की फैकल्टी—स्वाति सिंह परमार, डॉ. श्रुति नंदवाना और सृष्टि यादव—ने भाग लिया।

    सत्र का संचालन दिशिता सिंह ने किया।

    “Direct Selling Business: Issues, Challenges and Prospects”

    पैनल में रजिस्ट्रार डॉ. प्रवीण त्रिपाठी, कंट्रोलर ऑफ एग्ज़ैमिनेशन डॉ. गार्गी चक्रवर्ती, और असिस्टेंट प्रोफेसर श्री शशांक पाठक शामिल रहे।

    सत्र का संचालन सुश्री श्रीम शुक्ला ने किया।

    इन दोनों पुस्तकों का संपादन प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार सिन्हा और श्री उत्कर्ष के. मिश्रा द्वारा किया गया है।

    आयोजन टीम

    इस पूर्णत: सफल कार्यक्रम का आयोजन—

    सूर्यांश पांडे (Convenor), अदिति मिश्रा (Convenor), दिशिता सिंह (Student Secretary), श्रीम शुक्ला (Head, Trade-cum-Incubation Centre), और कल्पित जैन (Student Joint Secretary)—द्वारा किया गया।

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