CLAT UG के तीन और CLAT PG का एक प्रश्न हटाया गया, UG के चार प्रश्नों के उत्तर बदले गएः कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवसर्टीज़
LiveLaw News Network
3 Oct 2020 7:20 PM IST
कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवसर्टीज़ ने बताया है कि CLAT UG परीक्षा के तीन प्रश्न और CLAT PG परीक्षाओं के एक प्रश्न को विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के बाद हटा दिया गया है।
इसके अलावा यूजी परीक्षा में, चार उत्तर कुंजियां बदली जा रही हैं, जिसमें एक-एक अंग्रेजी और करंट अफेयर्स जीके सहित, और दो क्वांटिटेटिव टेक्नीक्स की हैं। विशेषज्ञ समिति ने लीगल रीजनिंग और लॉजिकल रीजनिंग में किसी भी बदलाव की सिफारिश नहीं की। इसी प्रकार, पीजी परीक्षा कुंजी में कोई बदलाव नहीं होगा।
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16 सितंबर, 2020 को हुई कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवसर्टीज़ की बैठक में कार्यकारी समिति ने प्रो बलराज चौहान, संयोजक, CLAT-2020 और उप-कुलपति, DNLU,जबलपुर को UG और PG के लिए, CLAT-2020 संबंधी उम्मीदवारों द्वारा आपत्ति और/ या अभ्यावेदनों को देखने के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने के लिए अधिकृत किया था। विशेषज्ञ समिति ने परीक्षा (तकनीकी मुद्दे), प्रश्न और उत्तर कुंजी संबंधी प्राप्त आपत्तियों की जांच की।
समिति ने ध्यान दिया कि बड़ी संख्या में अनावश्यक आपत्तियां दायर की गई थीं। NEET, JEE और NET आदि, जिसमें प्रति आपत्ति 1,000 रुपए शुक्ल है, CLAT-2020 ने आपत्तियां दाखिल करना बिल्कुल मुफ्त था,इसलिए दर्ज की गई आपत्तियों की संख्या अधिक थी।
विशेषज्ञ समिति की सिफारिश पर, कार्यकारी समिति और कंसोर्टियम की गवर्निंग बॉडी ने तय किया है कि अगले साल से आपत्तियां दर्ज करने के लिए शुल्क लगाया जाएगा और यदि आपत्ति स्वीकार की जाती है, तो भुगतान की गई फीस वापस की जानी चाहिए।
CLAT-2020 उम्मीदवारों द्वारा उठाए गई तकनीकी समस्याओं की बारीकी से जांच की गई। सेवा प्रदाता 11 वर्षों से एक ही सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहा है और यह हमेशा उम्मीदवारों द्वारा चुने गए उत्तर और सिस्टम द्वारा उत्पन्न प्रतिक्रिया पत्रक के संदर्भ में ठीक तरीके से काम करता है। समिति ने यह भी कहा कि TCSiON सबसे प्रतिष्ठित सेवा प्रदाता है, इसका विभिन्न नेशनल लेवल एडमिशन टेस्ट, और रिक्रूटमेंट टेस्ट, जैसे JEE मेन्स, JEE एडवांस्ड, NEET (पीजी), GATE, बैंकिंग सेवा परीक्षाएं और रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षाओं आदि का सफलतापूर्वक संचालन करने का ट्रैक रिकॉर्ड है।
विशेषज्ञ समिति ने कई उम्मीदवारों की ऑडिट लॉग की जांच की, जिन्होंने प्रतिक्रिया पत्रक पर आपत्तियां जताई थीं, विशेषज्ञ समिति ने उम्मीदवार द्वारा किए गए क्लिक जैसा कि ऑडिट लॉग में दर्ज था और रिस्पॉन्स शीट के बीच कोई विसंगति नहीं पाई। वास्तव में, ऑडिट लॉग से पता चला कि एक उम्मीदवार ने 6 बार प्रतिक्रिया बदली थी, और सिस्टम ने 6वीं और अंतिम प्रतिक्रिया दर्ज की थी। इस प्रकार यह आशंका कि पहली प्रतिक्रिया नहीं बदली गई थी, इसका कोई आधार नहीं है।
समिति ने कहा कि चूंकि प्रत्येक उम्मीदवार का ऑडिट ट्रेल हर क्लिक और माउस मूवमेंट का सबसे प्रामाणिक सबूत है, विवाद की स्थिति में, सेवा प्रदाता संबंधित उम्मीदवार के ऑडिट ट्रेल को अदालत को उपलब्ध कराएगा। सेवा प्रदाता को ऑडिट ट्रेल के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने के लिए निर्देशित किया गया है। किसी अन्य परीक्षण में, ऑडिट ट्रेल को या तो वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है या उम्मीदवार के साथ साझा किया जाता है।
विशेषज्ञ समिति ने यह भी उल्लेख किया कि कंसोर्टियम द्वारा यूजी के लिए कम से कम पांच और पीजी के लिए तीन मॉक टेस्ट, उसी प्लेटफॉर्म पर किए गए थे, जिस पर 28 सितंबर, 2020 को CLAT आयोजित किया गया था और इन मौकों में 50,000 से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे। इसलिए यह उम्मीद थी कि उम्मीदवार CLAT के निर्देशों और प्लेटफॉर्म से परिचित होंगे। समिति ने पाया कि मॉक टेस्ट और CLATमें निर्देश कैलकुलेटर के मुद्दे को छोड़कर समान थे। CLAT 2020 में उम्मीदवारों को कैलकुलेटर का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया था, क्योंकि मॉक टेस्ट में CLAT 2020 की कार्यकारी समितिा या CLAT संयोजक के अनुमोदन बिना कैलकुलेटर प्रदान किया गया था। उम्मीदवारों को CLAT से पहले कैलकुलेटर की अनुपलब्धता के बारे में विधिवत जानकारी दी गई थी।
विशेषज्ञ समिति ने "मार्क फॉर रिव्यू" संबंधित आपत्तियों की भी जांच की, हालांकि मॉक टेस्ट के निर्देशों में कोई अस्पष्टता नहीं पाई गई, जिन्हें छात्रों को CLAT और CLAT निर्देशों से परिचित कराने के लिए आयोजित किया गया था। दोनों निर्देश बिल्कुल एक जैसे पाए गए। निर्देशों में स्पष्ट रूप से लिखा गया था कि मूल्यांकन के लिए "मार्क फॉर रिव्यू" पर विचार नहीं किया जाएगा और इसलिए उस पर कोई नंबर नहीं दिया जाएगा। यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि निर्देश ज्यादातर स्पष्ट थे कि मूल्यांकन के लिए "मार्क फॉर रिव्यू" पर विचार नहीं किया जाएगा और उम्मीदवारों को ऐसे प्रश्नों के लिए सकारात्मक अंक या नकारात्मक अंक प्राप्त नहीं होंगे। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाते हैं, लेकिन 'मार्क फॉर रिव्यू' के प्रश्नों के लिए, कोई अंक नहीं काटा गया है।
चूंकि मॉक टेस्ट और CLAT-2020 दोनों के निर्देश समान थे, इसलिए विशेषज्ञ समिति ने आपत्तियों में कोई कमी नहीं पाई और सिफारिश की कि "मार्क्ड फॉर रिव्यू" प्रश्नों को मूल्यांकन के लिए उत्तर नहीं माना जा सकता है। समिति ने निष्कर्ष निकाला कि पॉलिसी में कोई भी बदलाव उन उम्मीदवारों के मेरिट और रैंक पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा, जिन्होंने निर्देशों का सही ढंग से पालन किया है। कार्यकारी समिति और गवर्निंग बॉडी ने इस सिफारिश को स्वीकार कर लिया और तय किया कि इस स्तर पर परीक्षा के नियमों को नहीं बदला जा सकता है।
विशेषज्ञ समिति ने यह भी कहा कि निर्देश इस बिंदु पर स्पष्ट थे कि केवल उन्हीं उत्तरों, जिन्हें "सेव्ह एंड नेक्स्ट" क्लिक किया गया है, मूल्यांकन के लिए विचार किया जाएगा।
एक प्रश्न के उत्तर में बदलाव के संबंध में, जिसका पहले ही उत्तर दिया जा चुका है, लेकिन "मार्क्ड फॉर रिव्यू" नहीं किया गया, उम्मीदवार को केवल प्रश्न का चयन करना था और "प्रश्न का उत्तर देने" के लिए प्रक्रिया को दोहराना था। [निर्देश पढ़ें, प्वाइंट नंबर 8]। समिति को विशेष रूप से नोट किया कि निर्देश [8 (बी)], जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 'अपने चुने हुए उत्तर को रद्द करने के लिए, फिर से चुने गए विकल्प की बटन पर क्लिक करें या फिर क्लियर रिस्पॉन्स बटन पर क्लिक करें।' इस प्रकार उम्मीदवारों के पास विकल्प था कि शुरु में चुने गए विकल्प पर क्लिक करें और अपना विकल्प बदलें या या 'क्लियर रिस्पॉन्स' पर क्लिक करें और नए विकल्प दें।
हालांकि, दोनों मार्क फॉर रिव्यू और क्लियर रिस्पॉन्स के लिए ऑडिट ट्रेल ने एक ही प्रतिक्रिया दर्ज की और इस प्रकार किसी भी उम्मीदवार को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। कार्यकारी समिति और गवर्निंग बॉडी ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए TCS iON को धन्यवाद दिया।
विशेषज्ञ समिति की सिफारिश पर, यूजी परीक्षा के तीन प्रश्न और पीजी परीक्षाओं के एक प्रश्न को कंसोर्टियम ने हटा दिया है। इसके अलावा यूजी परीक्षा में, चार उत्तर कुंजियां बदली जा रही हैं, जिनमें अंग्रेजी की एक और करंट अफेयर्स, जीके सहित की एक और क्वांटिटेटिव टेक्नीक्स की दो शामिल हैं। विशेषज्ञ समिति ने लीगल रीजनिंग और लॉजिकल रीजनिंग किसी भी बदलाव की सिफारिश नहीं की। इसी तरह, पीजी परीक्षा कुंजी में कोई बदलाव नहीं होगा।
गवर्निंग बॉडी ने CLAT-2020 के सफल आयोजन के लिए CLAT-2020 संयोजक प्रोफेसर बलराज चौहान को धन्यवाद दिया और प्रोफेसर पीएस जसवाल और प्रो.फैजान मुस्तफा द्वारा दी गई सहायता की सराहना की। प्रो बलराज चौहान ने प्रो. मुस्तफा को न केवल कंसोर्टियम की कानूनी लड़ाई लड़ने और सचिव के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए, बल्कि CLAT 2020 के संचालन में उनकी सहायता करने के लिए भी धन्यवाद दिया।