हापुड़ में प्रदर्शनकारी वकीलों के खिलाफ पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बाद वकीलों पर ही एफआईआर दर्ज की

Shahadat

31 Aug 2023 4:36 AM GMT

  • हापुड़ में प्रदर्शनकारी वकीलों के खिलाफ पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बाद वकीलों पर ही एफआईआर दर्ज की

    हापुड जिले में वकीलों पर कथित पुलिस लाठीचार्ज को लेकर वकील बुधवार को अदालत में उपस्थित नहीं हुए। साथ ही इस लाठीचार्ज के विरोध में राज्य के कई शहरों में वकीलों ने विरोध-प्रदर्शन किया। मेरठ में प्रदर्शनकारी वकीलों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट की सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ कथित तौर पर मारपीट की। उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में हुई घटना में सुरक्षा अधिकारी की कथित तौर पर पिस्तोल छीनने का प्रयास किया।

    पुलिस ने मंगलवार को कथित तौर पर वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। उस वक्त वकील लगभग एक सप्ताह पहले महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ हापुड़ कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करने का विरोध कर रहे थे। यह मामला महिला वकील और पुलिस के बीच टकराव के बाद दर्ज किया गया, जब वह अपनी कार से गाजियाबाद जा रही थी।

    मंगलवार को कुछ वकीलों द्वारा तहसील चौराहे पर किए गए विरोध प्रदर्शन को लेकर बुधवार को पुलिस ने हापुड़ के सिटी थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 148, 149, 186, 504, 506, 342, 392, 332, 353, 452, 323, 427, 354, 307 और 188 के तहत 17 वकीलों और 250 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

    अतिरिक्त एसपी (हापुड़) मुकेश मिश्रा ने कहा कि हंगामा करने, ट्रैफिक जाम करने और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी।

    इससे पहले प्रदेश बार काउंसिल की ओर से प्रदेश की सभी बार एसोसिएशनों को पत्र जारी कर बुधवार को हापुड घटना के विरोध में न्यायिक कार्य से विरत रहने का आह्वान किया गया था। बार काउंसिल ने 48 घंटे के अंदर हापुड़ के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी का तबादला करने और घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।

    इस बीच, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने हापुड़ घटना की निंदा की और राज्य सरकार से मामले की जांच करने और दोषी पुलिस अधिकारियों को दंडित करने का आग्रह किया। मेरठ की पिस्तोल छीनने की घटना पर क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया ने कहा कि पुलिसकर्मी तरुण ने इस संबंध में सिविल लाइंस थाने में अज्ञात वकीलों के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि उनकी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है।

    प्रयागराज में पुलिस कार्रवाई के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने कार्य बहिष्कार किया है। मंगलवार शाम को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की आपात बैठक हुई, जिसमें पुलिस कार्रवाई की निंदा की गई।

    लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप नारायण मिश्रा ने कहा कि वकीलों ने काम का बहिष्कार किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ह।

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