ऑनलाइन फ्रॉड: हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फेमस ब्रांड से मिलते जुलते नामों की तरह रजिस्टर्ड फ्रॉड डोमेन नेम की जांच करने का निर्देश दिया

Shahadat

24 July 2022 11:51 AM IST

  • दिल्ली हाईकोर्ट

    दिल्ली हाईकोर्ट

    दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में शहर की पुलिस से उन मामलों की जांच के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट मांगी, जिसमें जाने-माने और स्थापित व्यावसायिक घरानों और ब्रांडों के तहत धोखाधड़ी वाले डोमेन नाम (फ्रॉड डोमेन नेम) रजिस्टर्ड किए जा रहे हैं।

    जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने कहा कि उक्त डोमेन नामों का उपयोग धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों के लिए किया जा रहा है, जिसमें बैंक डिटेल के साथ साथ नौकरी, डीलरशिप, फ्रेंचाइजी, लकी ड्रॉ और कई अन्य अवैध गतिविधियों चल रही हैं।

    न्यायालय ने निर्देश दिया कि ग्राहकों से पैसे लेने के लिए धोखाधड़ी वाले बैंक खाते खोलने वाले व्यक्तियों के विभिन्न बैंक खातों और अन्य विवरणों से संबंधित डेटा प्राप्त करने में उचित कॉर्डिनेशन और साइबर क्राइम यूनिट, पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और संबंधित बैंक से मामले में संपर्क करने के लिए स्वतंत्र होगी।

    न्यायालय ने आगे कहा कि आईपीआर मामलों से निपटने वाली हाईकोर्ट की विभिन्न पीठों के समक्ष कुल 27 मामले लंबित हैं।

    तदनुसार, न्यायालय ने आदेश दिया:

    "माननीय प्रभारी न्यायाधीश के आदेशों के अधीन उपरोक्त सभी मामलों को एक ही खंडपीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाना चाहिए, क्योंकि जांच को एक ही जगह करने की आवश्यकता है और पुलिस को प्राधिकरण, साइबर सेल, विभिन्न बैंक, पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, भारतीय रिजर्व बैंक, गृह मंत्रालय आदि से संबंधित व्यापक निर्देश जारी करने की आवश्यकता हो सकती है।"

    कोर्ट फ़ैशनियर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दायर मुकदमे पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें मीशो ऑनलाइन शॉपिंग प्राइवेट लिमिटेड को अनधिकृत रूप से अपने ट्रेडमार्क या कॉपीराइट का उपयोग करने से रोकने और उसके नाम के तहत आम जनता के भोले-भाले सदस्यों को धोखा देने से रोकने की मांग की गई है। वादी ने आरोप लगाया कि प्रतिवादी विभिन्न माध्यमों से ग्राहकों से संपर्क कर सूचित कर रहा है कि उन्होंने लॉटरी पुरस्कार जीता है।

    कोर्ट ने पहले दिल्ली पुलिस से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें यह बताया जाए कि विस्तृत जांच पहले से ही चल रही है। ऐसे ही कितने मामले हैं, जहां जाने-माने व्यापारिक घरानों के नाम पर फर्जी अकाउंं टबनाए गए हैं।

    उक्त स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, साइबर क्राइम यूनिट, दिल्ली पुलिस ने चार समान मुकदमों के संबंध में सामूहिक रूप से विशेष जांच दल का गठन किया है, जिसे इंटेलिजेंस फ्यूजन और स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस के रूप में जाना जाता है।

    कोर्ट ने कहा,

    "साइबर क्राइम यूनिट, स्पेशल सेल, दिल्ली इन मामलों में जांच जारी रखेगी। सुनवाई की अगली तारीख पर उक्त जांच के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट पेश की जाए।"

    मामले की अगली सुनवाई तीन अगस्त को होगी।

    केस टाइटल: फ़ैशनियर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड बनाम मीशो ऑनलाइन शॉपिंग प्रा. लिमिटेड और अन्य।

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