NLSIU ने CLAT 2020 स्वीकार करने से इनकार किया, वर्ष 2020-21 के लिए एडमिशन अलग से होने वाले टेस्ट के आधार पर होंगे

LiveLaw News Network

4 Sep 2020 4:08 AM GMT

  • NLSIU ने CLAT 2020 स्वीकार करने से इनकार किया,  वर्ष 2020-21 के लिए एडमिशन अलग से होने वाले टेस्ट के आधार पर होंगे

    एक महत्वपूर्ण कदम में,भारत की प्रमुख लॉ यूनिवर्सिटी, लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू), बैंगलोर ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के 5 ईयर इंटिग्रेटिड बी.ए एलएल.बी (ऑनर्स) में प्रवेश के लिए कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) के स्कोर स्वीकार न करने का निर्णय लिया है।

    विश्वविद्यालय की तरफ से जारी एक संशोधित प्रवेश अधिसूचना में कहा गया है कि-

    ''विश्वविद्यालय शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में प्रवेश के लिए CLAT 2020 के स्कोर को स्वीकार नहीं करेगा।''

    शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए प्रवेश विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किए जाने वाले नेशनल लाॅ एडमिशन टेस्ट (NLAT) के आधार पर होंगे।

    अधिसूचना में कहा गया है,

    ''कोई भी छात्र जो एनएलएसआईयू में प्रवेश चाहता है, उसे सीधे विश्वविद्यालय में आवेदन करना होगा और उसे NLAT UG 2020 प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा।''

    कुल 120 छात्रों को दाखिला दिया (वन हंड्रेड और ट्वेंटी) जाएगा।

    ऑनलाइन आवेदन पोर्टल 3 सितंबर, 2020 को खुलेगा और 10 सितंबर, 2020 को आधी रात को बंद हो जाएगा।

    यह टेस्ट 12 सितंबर, 2020 को आयोजित होने वाली एक ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा होगी।

    एनएलएसआईयू ने अपने इस नए फैसले के लिए COVID19 महामारी के बीच ब्स्।ज् परीक्षा के बार-बार स्थगित होने का हवाला दिया है। यह कहा गया है कि CLAT के बार-बार स्थगित होने के कारण वह ''विशिष्ट रूप से वंचित'' हैं क्योंकि वह एक त्रैमासिक या तिमाही प्रणाली का पालन करता है। ऐसे में अगर यूनिवर्सिटी सितंबर 2020 के अंत से पहले प्रवेश पूरा करने में असमर्थ रही तोे यह इसका परिणाम '' जीरो ईयर'' होगा और कोई प्रवेश नहीं हो पाएगा।

    अधिसूचना में कहा गया है कि

    ,''हालांकि COVID19 महामारी CLAT 2020 के संचालन में अप्रत्याशित कठिनाइयों और देरी का कारण बनी है। परीक्षा के बार-बार स्थगित होने के कारण छात्रों, अभिभावकों और इससे जुड़े विश्वविद्यालयों के लिए अनिश्चितता पैदा हो गई है। एनएलएसयूआई विशिष्ट रूप से वंचित है क्योंकि यह एक तिमाही प्रणाली का पालन करता है। हर शैक्षणिक वर्ष 90 दिनों की अवधि के तीन टर्म से बना होता है।

    इसके अलावा, प्रत्येक टर्म में प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए 60 घंटे के कक्षा निर्देश या अध्ययन को समायोजित करना होता है, जिसे परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रियाओं के लिए उचित रूप से प्रदान किया जाना चाहिए। इसके अलावा, अकादमिक या शिक्षण फुली इंटिग्रेटिड बी.ए एलएल.बी प्रोग्राम के तीसरे, चैथे और पांचवे वर्ष के साथ-साथ एलएल.एम प्रोग्राम की भी पेशकश करता है या उपलब्ध कराता है। जिसके लिए एक सामान्य शैक्षणिक कैलेंडर की आवश्यकता होती है।

    इसलिए, यदि एनएलएसआईयू सितंबर 2020 के अंत से पहले प्रवेश पूरा करने में असमर्थ रहा तो यह अनिवार्य रूप से 'जीरो ईयर'' बन जाएगा क्योंकि कोई दाखिला नहीं हो पाएगा। जो कानून के छात्रों को इस वर्ष भारत के प्रमुख कानून विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई करने के अवसर से वंचित कर देगा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं कि कोई भी छात्र इस शैक्षणिक वर्ष में एनएलएसआईयू में अध्ययन करने के अवसर से वंचित न हो पाए। इसलिए, एनएलएसआईयू वर्तमान परिस्थितियों के तहत मजबूर है कि वह शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के बी.ए एलएल.बी और एलएल.एम प्रोग्राम के लिए एक अलग प्रवेश प्रक्रिया आयोजित करें।''

    28 अगस्त को, कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की कार्यकारी समिति ने CLAT 2020 को सात सितम्बर की बजाय 28 सितंबर 2020 तक के लिए स्थगित कर दिया था।

    अधिसूचना की काॅपी डाउनलोड करें।



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