1500 से अधिक लाॅ के नए छात्रों के लिए एक सितम्बर से ऑनलाइन क्लास शुरू करने वाला JGLS बना पहला लाॅ स्कूल

LiveLaw News Network

1 Sep 2020 7:49 AM GMT

  • 1500 से अधिक लाॅ के नए छात्रों के लिए एक सितम्बर से ऑनलाइन क्लास शुरू करने वाला JGLS बना पहला लाॅ स्कूल

    जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) ने अपने शैक्षणिक सत्र 2020-21 को आज से, अर्थात् 1 सितंबर 2020 से ऑनलाइन मोड में शुरू कर दिया है।

    विशेष रूप से, जेजीएलएस 1,500 से अधिक नए छात्रों (25 विभिन्न राज्यों और भारत के केंद्र शासित प्रदेशों और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों से) के साथ इस शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षाएं शुरू करने वाला पहला अग्रणी स्कूल बन गया है। इन छात्रों ने लाॅ स्कूल के यूजी और पीजी,दोनों स्तर के छह अलग-अलग शैक्षणिक डिग्री प्रोग्राम में दाखिला लिया है। ऐसा तब हुआ है जब देश में अधिकांश कानून प्रवेश परीक्षाएं होनी अभी बाकी हैं और लॉ स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है।

    लॉ स्कूल ने इस वर्ष छात्र नामांकन में 70 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और स्कूल में 90 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्य या फुल टाइम फैकल्टी मेंबर्स की नियुक्ति भी की गई है। इन नई नियुक्ति के बाद अब जेेजीएलएस में पूर्णकालिक संकाय सदस्यों की कुल संख्या 400 से अधिक हो गई है।

    ऐसा इसलिए संभव हुआ है क्योंकि जेजीएलएस ने इस साल की शुरुआत में एक ऐतिहासिक फैसला लिया और LSAT-India 2020 को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-इनेबल्ड और रिमोट-प्रोक्टर्ड फॉर्मेट में पूरी तरह से ऑनलाइन टेस्ट बना दिया।

    जेजीएलएस ने अपने 3-वर्षीय एलएलबी, एलएलएम और बीए (ऑनर्स) लीगल स्टडी प्रोग्राम के लिए Pearson VUE द्वारा एक नया JSAT-Law Exam भी आयोजित किया। यह परीक्षा AI-Enabled and Remote-Proctored mode में रोलिंग के आधार पर आयोजित की गई है और सितंबर के अंत तक जारी रहेगी।

    2020 जेजीएलएस प्रवेश की मुख्य विशेषताएं-

    -Entrance Exam LSAT--India पहली बार ऑनलाइन हुआ और एक नया लॉ एडमिशन टेस्ट JSAT-Law लॉन्च किया गया है।

    -सभी छह ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लाॅ प्रोग्राम के लिए 1 सितंबर से कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं।

    -1 सितंबर से 1,500 से अधिक नए छात्रों ने कक्षाएं शुरू की हैं और वर्ष 2020 में छात्र नामांकन में 70 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

    - इस सेमेस्टर से जेजीएलएस में 90 से अधिक नए पूर्णकालिक संकाय सदस्यों ने ज्वाइन किया है।

    -जेजीएलएस के पास 400 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्य नवीनतम तकनीक का उपयोग करके ऑनलाइन पढ़ाने के लिए हैं।

    -पूरे देश से छात्रों ने यहां दाखिला लिया हैं, जिनमें 90 प्रतिशत छात्र गृह राज्य हरियाणा से बाहर के हैं।

    -देश के हर हिस्से के कई दूरदराज के कस्बों और शहरों के छात्र भी हैं।

    -महिला छात्रों ने 5 वर्षीय लाॅ और एलएलएम प्रोग्राम में दाखिला लेने में पुरुष छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।

    -आठ विभिन्न देशों के अंतर्राष्ट्रीय छात्र भी आए हैं,जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड, मलेशिया, और संयुक्त अरब अमीरात आदि शामिल हैं।

    -संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, हांगकांग और अबू धाबी में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के ग्रेजुएट ने 3-वर्षीय एलएलबी प्रोग्राम में दाखिला लिया है।

    -नए प्रोग्राम यानी बीए लीगल स्टडीज और एलएलएम (ब्लेंडेड लर्निंग) को भारत भर के छात्रों ने अच्छी तरह से प्राप्त किया है या दाखिला लिया है।

    -10 अलग-अलग राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के छात्रों ने एलएलएम प्रोग्राम में दाखिला लिया है।

    -एलएलएम प्रोग्राम के लिए आए आवेदन और नामांकन में 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

    ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति और जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के संस्थापक डीन, प्रोफेसर (डॉ) सी राज कुमार ने कहा कि

    ''2020 जेजीएलएस प्रवेश प्रक्रिया की आश्चर्यजनक सफलता का मुख्य कारण जेजीएलएस को प्राप्त राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा है,जो विश्व स्तर की कानूनी शिक्षा प्रदान करता है। उत्कृष्ट संकाय, नवीन और अंतःविषय शिक्षण कला, बहु-विषयक अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र, व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग, सक्रिय अनुसंधान केंद्र, गतिशील मूटिंग और वकालत के अवसर, प्रभावी नैदानिक कानूनी शिक्षा और प्रायोगिक ज्ञान और प्रभावशाली भौतिक अवसंरचना और जीवंत बौद्धिक वातावरण आदि जेजीएलएस में बहुत ही सर्वोश्रेष्ठ हैं। संस्थान के निर्माण के लिए हमारे द्वारा किए गए प्रयासों का एक साक्षी मार्च 2020 में जेजीएलएस को विषय के आधार पर QS World University Rankings 2020 में भारत के नंबर 1 लॉ स्कूल के रूप में स्थान देना है। वहीं दुनिया के शीर्ष 101-150 लॉ स्कूलों में भी स्थान दिया गया था।

    ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में जेजीएलएस नौ स्कूलों में से एक है। वहीं यह QS WUR 2020 से भारत का पहला रैंक प्राप्त निजी विश्वविद्यालय है। मुझे विशेष रूप से खुशी है कि जेजीएलएस ने भारतीय कानूनी शिक्षा के परिदृश्य को बदलने के प्रयास में मदद की है ताकि हमारे छात्रों को भारत में विश्व स्तर की कानूनी शिक्षा प्रदान की जा सकें।''

    जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के विधि प्रवेश के निदेशक और एसोसिएट डीन प्रोफेसर आनंद प्रकाश मिश्रा ने कहा,

    ''COVID19 की त्रासदी और चुनौतियों के बावजूद, जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने एक बार फिर भारत और विदेश के छात्रों के एक उत्कृष्ट समूह को कानून का अध्ययन करने के लिए आकर्षित किया है। छात्रसंघ की विविधता वास्तव में प्रेरणादायक है। इस वर्ष हमारे परिसर में यह एक छोटा भारत है,जिसमें लगभग हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व हो रहा है।''

    ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) में जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) ऐसा पहला स्कूल हैं जो 5 वर्षीय बीए /बीबीएएलएलबी (ऑनर्स) प्रोग्राम, 3 वर्षीय एलएलबी प्रोग्राम, एक साल का एलएलएम रेजिडेंशल एंड नाॅन रेजिडेंशल प्रोग्राम प्रदान कर रहा है। वहीं इस वर्ष दो नए डिग्री प्रोग्राम भी लाॅन्च किए गए हैं,जिनमें एलएलएम इन कॉर्पोरेट एंड फाइनेंशियल लाॅ (ब्लेंडेड प्रोग्राम) और बीए (ऑनर्स) इन लीगल स्टडीज प्रोग्राम शामिल हैं।

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