गुजरात उच्च न्यायालय ने अपना आधिकारिक टेलीग्राम चैनल शुरू किया

Sparsh Upadhyay

27 Feb 2021 9:39 AM IST

  • Gujarat High Court To Start Its Official Telegram Channel

    अधिवक्ताओं, वादकारियों और अन्य हितधारकों की आसानी और सुविधा को बढ़ाने के उद्देश्य से, गुजरात उच्च न्यायालय ने अपना आधिकारिक टेलीग्राम चैनल शुरू किया है।

    गौरतलब है कि 1 मार्च, 2021 से, डेली नोटिस, सर्कुलर, प्रेस रिलीज, यूट्यूब लाइव स्ट्रीमिंग लिंक, कॉज़लिस्ट, विविध सूचनाएं और अन्य महत्वपूर्ण अपडेट टेलीग्राम चैनल पर साझा किए जाएंगे।

    इस आशय की एक प्रेस विज्ञप्ति शुक्रवार (26 फरवरी) को उच्च न्यायालय ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड की और जिसमें लिखा,

    "अपडेट प्रदान करने के इस अतिरिक्त मोड के माध्यम से, चैनल सब्सक्राइबर खुद को नवीनतम जानकारी के साथ अपडेट रखने में सक्षम हो जाएंगे, जबकि इसके लिए उन्हे बार बार वेबसाइट की जाँच नहीं करनी होगी।"

    इस कदम के साथ, उच्च न्यायालय उन स्थितियों का ध्यान रखना चाहता है जब किसी भी कारण से, वेबसाइट पर पहुँच ना प्राप्त हो।

    प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि समय के साथ-साथ टेलीग्राम प्लेटफॉर्म के माध्यम से और अधिक अधिकाधिक सेवाएं शुरू की जा सकती हैं, जैसे कि अधिवक्ता वार कॉज़लिस्ट, केस की स्थिति, आदेश, निर्णय और अन्य मामले से संबंधित जानकारी।

    चैनल को निम्न आमंत्रण लिंक पर क्लिक करके जोड़ा जा सकता है:

    https://t.me/GujaratHighCourt

    यहां यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 26 अक्टूबर 2020 को, गुजरात उच्च न्यायालय, भारत का प्रथम उच्च न्यायालय बन गया, जिसने YouTube (यूट्यूब) पर न्यायालय की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीम शुरू की।

    वर्तमान में, मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ अर्थात पहले न्यायालय, को बार के सदस्यों के लाभ के लिए YouTube पर लाइव प्रसारित किया जा रहा है।

    यह पहल भारत में अपनी तरह की एक अनोखी पहल है और इससे अदालत की कार्यवाही में और अधिक पारदर्शिता लाने की उम्मीद की जा रही है। विशेष रूप से महामारी के दौरान जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी कार्यवाही की जा रही है।

    स्वप्निल त्रिपाठी बनाम भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को निर्णय की पृष्ठभूमि में माना जा रहा है, जिसमें कोर्ट ने अदालत की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग की अनुमति दी थी।

    "सूर्य का प्रकाश सबसे अच्छा कीटाणुनाशक है", शीर्ष अदालत ने उसमें टिप्पणी की थी।

    प्रेस विज्ञप्ति डाउनलोड करने/पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

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