दिल्ली हाईकोर्ट ने ट्रेडमार्क उल्लंघन के मुकदमे में ओरल केयर विक्रेता 'गुड डे' के खिलाफ ब्रिटानिया को अंतरिम निषेधाज्ञा दी

LiveLaw News Network

21 Nov 2021 12:15 PM IST

  • दिल्ली हाईकोर्ट ने ट्रेडमार्क उल्लंघन के मुकदमे में ओरल केयर विक्रेता गुड डे के खिलाफ ब्रिटानिया को अंतरिम निषेधाज्ञा दी

    दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज को एक ओरल केयर विक्रेता के खिलाफ अंतरिम निषेधाज्ञा (Interim Injunction) दी। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज कथित तौर पर इसके समान ट्रेडमार्क 'गुड डे' का उपयोग कर रही है।

    न्यायमूर्ति संजीव नरूला का प्रथम दृष्टया विचार था कि ब्रिटानिया के ट्रेडमार्क 'गुड डे' को एक प्रसिद्ध ट्रेडमार्क के रूप में स्वीकार किया गया, इसलिए इसे ट्रेड मार्क्स एक्ट, 1999 की धारा 29 (4) (बी) के संदर्भ में निषेधाज्ञा प्राप्त करने का अधिकार होगा।

    इसलिए कोर्ट ने गुड डे ओरल केयर और अन्य के खिलाफ लॉन्चिंग, बिक्री, निर्माण, विज्ञापन, बिक्री के लिए पेशकश या किसी भी तरह से माल में व्यवहार करने के खिलाफ अंतरिम निषेधाज्ञा पारित की। यह "गुड डे" के ट्रेडमार्क "अच्छे दिन" के समान या भ्रामक रूप से ब्रिटानिया के समान है।

    ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सेठी ने प्रस्तुत किया कि प्रतिवादी टूथपेस्ट के लिए "गुड डे" ट्रेडमार्क का उपयोग कर रहा है जोकि इसके प्रसिद्ध ट्रेडमार्क "गुड डे" बिस्कुट और कुकीज़ के समान है। इसके अलावा, डोमेन नाम 'gooddayoralcare.com' के तहत एक वेबसाइट भी खोली गई। इसमें गुड डे ओरल केयर ने विवादित ट्रेडमार्क के तहत माल के तीन प्रकारों के साथ आया है।

    इसलिए यह तर्क दिया गया कि विवादित ट्रेडमार्क का अवलोकन यह स्पष्ट करता है कि आम जनता प्रतिवादी के उत्पाद को ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के उत्पादों के साथ जोड़ देगी और इससे उपभोक्ताओं में भ्रम पैदा होगा।

    दूसरी ओर, गुड डे ओरल केयर की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता जी तुषार राव ने प्रस्तुत किया कि "गुड डे" का चिह्न सामान्य ट्रेडमार्क है, जिसे वादी द्वारा एकाधिकार के रूप में दावा नहीं किया जा सकता।

    कोर्ट ने शुरू में कहा,

    "प्रासंगिक रूप से प्रतिवादियों द्वारा दायर ट्रेडमार्क आवेदन के रूप में रिकॉर्ड पर रखे गए दस्तावेज़, जैसा कि सेठी द्वारा इंगित किया गया है, यह दर्शाता है कि हाल ही में 15 सितंबर, 2021 तक उन्होंने "प्रस्तावित उपयोग किए जाने वाले" आधार पर लगाए गए ट्रेडमार्क को अपनाने का दावा किया है। इस प्रकार, प्रतिवादी यह प्रदर्शित करने में असमर्थ हैं कि कैसे लगाए गए ट्रेडमार्क का उपयोग उल्लंघन के रूप में नहीं होगा।"

    कोर्ट ने यह भी कहा कि गुड डे ओरल केयर द्वारा विवादित ट्रेडमार्क को अपनाना प्रथम दृष्टया ईमानदार नहीं है और इसका उद्देश्य "गुड डे" की प्रतिष्ठा और सद्भावना का लाभ उठाना है। इससे सामान्य बुद्धि के औसत व्यक्ति को भी गुमराह करने की संभावना है।

    कोर्ट ने कहा,

    "इसलिए, इस तथ्य की परवाह किए बिना कि अन्य संस्थाओं के पक्ष में "अच्छे दिन" के संबंध में पहले से रजिस्टर्ड हैं, वादी अभी भी इस न्यायालय से संपर्क करने का हकदार होगा।"

    कोर्ट ने आगे कहा,

    "सभी अधिकारों और विवादों को बाद के चरण में विचार के लिए खुला रखा जाता है जब प्रतिवादी अपना जवाब दाखिल करते हैं। हालांकि, इस स्तर पर वादी ने एक प्रथम दृष्टया मामला स्थापित किया है और सुविधा का संतुलन भी वादी के पक्ष में है। इसलिए यदि एक पक्षीय निषेधाज्ञा प्रदान नहीं की जाती है तो इससे वादी को अपूरणीय क्षति होने की संभावना है।"

    कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि विवादित डोमेन नाम 'gooddayoralcare.com' को भी निलंबित कर दिया जाए।

    इस मामले पर अब चार दिसंबर को सुनवाई होगी।

    केस शीर्षक: ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड बनाम गुड डे ओरल केयर एंड अन्य।

    ऑर्डर डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें



    Next Story