कोर्ट ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को प्रस्तावित वैक्सीन के लिए 'COVISHIELD' नाम के प्रयोग करने के खिलाफ नोटिस जारी किया

LiveLaw News Network

13 Dec 2020 2:03 PM GMT

  • कोर्ट ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को प्रस्तावित वैक्सीन के लिए COVISHIELD नाम के प्रयोग करने के खिलाफ नोटिस जारी किया

    महाराष्ट्र की एक सिविल कोर्ट ने एक मामले में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को नोटिस जारी किया है, जिसमें मांग की गई है कि दवा कंपनी को कोरोनावायरस के ‌‌लिए प्रस्तावित अपनी वै‌‌‌क्सीन के लिए ट्रेडमार्क "COVISHIELD" या "COVID-SHIELD" या ऐसी ही मिलते-जुलते या समान नाम का इस्तेमाल करने से रोका जाए।

    नांदेड़ की एक दवा कंपनी "क्युटिस बायोटेक" ने यह मुकदमा दायर किया, जिसने दावा किया है कि वह "COVI SHIELD" ट्रेडमार्क का "वैध और पूर्व उपयोगकर्ता" है। वादी का दावा है कि उसने 29 अप्रैल, 2020 को "COVI SHIELD" ट्रेडमार्क के पंजीकरण के लिए आवेदन दायर किया था।

    वादी ने कहा कि SII ने ट्रेडमार्क "COVI SHIELD" और "COVID SHIELD" जून में आवेदन किया था। 11 जुलाई को रजिस्ट्रार ऑफ ट्रेडमार्क ने SII के आवेदनों पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि वादी ने ट्रेडमार्क के संबंध में पूर्व आवेदन किया है।

    वादी ने कहा है, "वादी के ट्रेडमार्क की जानकारी होन के बाद भी प्रतिवादियों ने उक्त ट्रेडमार्क का उपयोग बंद करने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया।"

    वादी ने तेलंगाना के एक व्यवसायी श्री बंडारू श्रीनिवास को भी आरोपी बनाया है और कहा कि वे भी वादी के ट्रेडमार्क का उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। 11 दिसंबर को, नांदेड़ की अतिरिक्त जिला अदालत ने प्रतिवादियों को मामले में नोटिस जारी किया। सुनवाई की अगली तारीख 18 दिसंबर तय की गई है।

    पुणे स्थित SII के सीईओ अदार पूनावाला ने 7 दिसंबर को घोषणा की थी कि उन्होंने कोविशिल्ड कोरोनावायरस वैक्सीन के उपयोग के लिए अधिकृत किए जाने के लिए आपातकालीन आवेदन किया है।

    उन्होंने एक ट्वीट में कहा था, "जैसा कि वादा किया गया था, 2020 के अंत से पहले, @SerumInstIndia ने पहली मेड-इन-इं‌डिया वैक्सीन, COVISHIELD के उपयोग के ‌लिए अधिकृत किए जाने के लिए आपातकालीन आवेदन किया है। इससे अनगिनत जिंदगियां बचेंगी, और मैं भारत सरकार और श्री @ narendramodiji को बहुमूल्य समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।"

    इससे कुछ दिनों पहले ही 29 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे स्थिति कंपनी का दौरा किया था और अधिकारियों से बातचीत की थी।

    क्युटिस बायोटेक ने अपने मुकदमे में कहा है कि उसने "COVI SHIELD" नाम के तहत अन्य औषधीय उत्पादों के लिए कई निर्माताओं को ऑर्डर दिए हैं, लेकिन निर्माता SII संबंध‌ित समाचार के प्रकाशन के बाद 'COVI SHIELD' नाम से ऑर्डल लेने से मना कर रहे हैं।

    वादी ने कहा है, "इसने पहले प्रतिवादी (SII) द्वारा अपने ट्रेडमार्क के गलत प्रस्तुति के कारण वादी की भरोसे को नुकसान पहुंचाया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह निर्माताओं के साथ-साथ जनता में भ्रम पैदा कर रहा है। इसलिए, वादी के पक्ष में सदा के लिए निषेधाज्ञा जारी करना आवश्यक है। वादी का कहना है कि पहले प्रतिवादी ट्रेडमार्क "COVI SHIELD" या "COVID SHIELD" का प्रयोग करने से रोक जाए।"

    दलील दी गई है कि कि इस तथ्य के बावजूद कि ट्रेडमार्क पंजीकरण आवेदन लंबित है, वादी को अध‌िकार है कि वह प्रतिवादियों को ट्रेडमार्क का प्रयोग करने से रोकने की मांग करे। वादी ने कहा है, "वादी का ट्रेडमार्क" COVI SHIELD" माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा पा‌रित विभिन्न ऐतिहासिक निर्णयों में निर्धारित मानदंडों के अनुसार प्रयोग के लिए पूर्णतया योग्य बनाता है।"





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