सोशल मीडिया पोस्ट के लिए लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ यूपी कोर्ट में शिकायत दर्ज
Shahadat
2 May 2025 5:50 AM

पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में सोशल मीडिया पर कथित 'देशद्रोही' पोस्ट को लेकर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले कोर्ट में आपराधिक शिकायत दर्ज की गई।
शिवेंद्र सिंह नामक व्यक्ति द्वारा वकील मार्तंड प्रताप सिंह के माध्यम से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 210 के तहत दायर की गई शिकायत में दावा किया गया कि राठौर ने सार्वजनिक अशांति को भड़काने और चुनावी लाभ हासिल करने के लिए हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 'गलत' तरीके से जोड़ा है।
शिकायत में कहा गया,
"नेहा सिंह राठौर एक आदतन यूट्यूबर है, जो यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अराजकता और सामाजिक अशांति फैलाने के लिए जानी जाती है। उसके गिरोह में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से और पर्दे के पीछे से कई उच्च-स्तरीय सफेदपोश व्यक्ति, राजनेता और माफिया तत्व शामिल हैं, जो सार्वजनिक अशांति भड़काने में उसका समर्थन करते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक अराजकता फैलाने के अपने पैटर्न को जारी रखते हुए पिछले दो-तीन दिनों में उसने भारत के माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, माननीय गृह मंत्री अमित शाह और माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जो सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष-स्तरीय नेता हैं, पर हाल ही में पहलगाम, कश्मीर में हुए संवेदनशील आतंकवादी हमले में शामिल होने का झूठा आरोप लगाया, जिसका दुर्भावनापूर्ण इरादा सामाजिक अशांति भड़काना और अवैध रूप से चुनावी लाभ प्राप्त करना है।"
शिकायत में आगे आरोप लगाया गया कि राठौर की झूठी और अवैध टिप्पणियों ने देशव्यापी अशांति पैदा की, जिसने देश को गृहयुद्ध की ओर धकेल दिया। उनके कृत्य देशद्रोह के बराबर हैं और एक संज्ञेय अपराध है। इसमें कहा गया कि राठौर की 'अभद्र' और 'अपमानजनक' टिप्पणियों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं की छवि को खराब किया और वह झूठा प्रचार कर रही हैं कि देश में अधिकांश आतंकवादी हमलों के लिए भाजपा जिम्मेदार है।
गौरतलब है कि शिकायत में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट का भी जिक्र है, जिसमें दावा किया गया कि पीटीआई ने राठौर का वीडियो शेयर किया। उस वीडियो में कहा गया कि मोदी सरकार बिहार में चुनावी लाभ के लिए पहलगाम आतंकी घटना का फायदा उठाएगी।
शिकायत में तर्क दिया गया कि पीटीआई द्वारा राठौर के वीडियो का समर्थन करने से राठौर का राष्ट्रविरोधी तत्वों, देशद्रोहियों और आतंकवादी नेटवर्क से संबंध स्थापित होता है।
इन दावों की पृष्ठभूमि में शिकायतकर्ता ने प्रार्थना की कि उसके और उसके गिरोह के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की जाए और उन सभी को आरोपी के रूप में तलब किया जाए ताकि वे "सामाजिक अशांति को भड़काना, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करना, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालना या उच्च पदस्थ व्यक्तियों की गरिमा को नुकसान पहुंचाना जारी न रख सकें।"
बता दें कि राठौर पहले से ही लखनऊ में भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत कई आरोपों पर FIR का सामना कर रही हैं, जो एक शिकायत पर आधारित है कि पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में एक विशेष समुदाय को लक्षित करने वाले उनके 'भड़काऊ' सोशल मीडिया पोस्ट देश की एकता को नुकसान पहुंचा सकते हैं।