नियमों के तहत निर्धारित समय सीमा से पहले सरकारी आवास खाली कर देंगे: चीफ जस्टिस बीआर गवई

Shahadat

8 Aug 2025 10:27 AM IST

  • नियमों के तहत निर्धारित समय सीमा से पहले सरकारी आवास खाली कर देंगे: चीफ जस्टिस बीआर गवई

    चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के नियमों के तहत निर्धारित समय सीमा से पहले अपना सरकारी आवास खाली कर देंगे।

    चीफ जस्टिस ने अपनी बाध्यताओं को स्वीकार करते हुए कहा,

    "24 नवंबर (सेवानिवृत्ति की तिथि) तक मुझे उपयुक्त आवास ढूंढ़ने का समय नहीं मिलेगा। लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि नियमों के अनुसार जो भी समय सीमा होगी। मैं उससे पहले ही वहां स्थानांतरित हो जाऊंगा।"

    सुप्रीम कोर्ट जजेज रूल्स, 1959 के नियम 4 के अनुसार, जज अपने पूरे कार्यकाल के दौरान और उसके बाद एक महीने तक बिना किराए के सुसज्जित सरकारी आवास का उपयोग करने का हकदार है।

    नियमों के नियम 3बी के अनुसार, रिटायर चीफ जस्टिस रिटायरमेंट की तिथि से छह महीने तक दिल्ली में (निर्दिष्ट सरकारी आवास के अलावा) किराए-मुक्त टाइप-VII आवास का हकदार होगा। चीफ जस्टिस का आधिकारिक आवास टाइप-VIII बंगला है, जो उच्च श्रेणी का है।

    गुरुवार रिटायरमेंट हो रहे जस्टिस सुधांशु धूलिया के लिए सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) द्वारा आयोजित विदाई समारोह में चीफ जस्टिस ने रिटायरमेंट के तुरंत बाद अपना आधिकारिक आवास खाली करने के लिए जस्टिस धूलिया की प्रशंसा की।

    चीफ जस्टिस गवई ने कहा,

    "हम न्यायपालिका में उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे। रिटायरमेंट के बाद वह दिल्ली में रहेंगे और वह उन जजों में से एक होंगे जो अपनी रिटायरमेंट की अगली तारीख पर तुरंत आवास खाली करेंगे। वास्तव में, यह दुर्लभ है। काश मैं भी ऐसा करने की स्थिति में होता।"

    जस्टिस धूलिया के आचरण को एक आदर्श बताते हुए चीफ जस्टिस गवई ने कहा,

    "जस्टिस धूलिया ने एक बहुत अच्छा उदाहरण पेश किया। मुझे यकीन है कि हममें से कई लोग उनका अनुकरण करेंगे। इस अवसर पर मैं केवल उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे सकता हूं।"

    हाल ही में सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय को पूर्व चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ द्वारा पिछले साल नवंबर में अपनी रिटायरमेंट के बाद निर्धारित समय से अधिक समय तक सरकारी बंगले में रहने के बारे में पत्र लिखा था।

    जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर, 2024 को रिटायर हुए थे। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद लगभग आठ महीने तक बंगले में रहने के बाद 1 अगस्त, 2025 को बंगला खाली कर दिया। उन्होंने एचटी और एनडीटीवी को बताया कि यह देरी व्यक्तिगत परिस्थितियों के कारण हुई, क्योंकि वह अपनी दो दिव्यांग बेटियों के लिए उपयुक्त घर की तलाश कर रहे थे, जिन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है।

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