NHRC ने वाईजैग गैस दुर्घटना का स्वतः संज्ञान लिया, केंद्र और आंध्र प्रदेश सरकार को नोटिस

LiveLaw News Network

7 May 2020 10:58 AM GMT

  • NHRC ने वाईजैग गैस दुर्घटना का स्वतः संज्ञान लिया, केंद्र और आंध्र प्रदेश सरकार को नोटिस

    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने वाईजैग में हुई गैस लीक दुर्घटना की मीडिया रिपोर्टों पर स्वतः संज्ञान लिया है। आंध्र प्रदेश के वाइजैग जिले में गुरुवार तड़के हुए गैस र‌िसाव से आठ लोगों की मौत हो गई है, और पांच हजार से अधिक लोगों के बीमार होने की आशंका है।

    मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, गैस रिसाव से लगभग 3 किलोमीटर के दायरे में लोग प्रभावित हुए हैं। कई लोगों को सड़कों पर पड़े हुए देखा गया है, जबकि कुछ को सांस लेने में कठिनाई हो रही है और उनके शरीर पर चकत्ते पड़ गए हैं।

    आयोग ने कहा है कि मामले में मानव त्रुटि या लापरवाही की रिपोर्ट नहीं है, लेकिन यह तथ्य कि अब तक कम से कम 8 निर्दोष नागरिकों को जान गंवानी पड़ी है और हजारों बीमार पड़ गए हैं, मानव अधिकारों का उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। पीड़ितों के जीवन के अधिकार का घोर उल्लंघन किया गया है।

    ऐसे समय में जब COVID-19 के संक्रमण के कारण देश भर में मानव जीवन संकट में है, हर कोई घर में रहने के लिए मजबूर है, ऐसी भीषण त्रासदी असाधारण है।

    आयोग ने मुख्य सचिव, आंध्र प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है, जिसमें बचाव कार्य की स्थिति, बीमार लोगों के लिए उपलब्ध चिकित्सा, राहत और पुनर्वास आदि की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस महानिदेशक, आंध्र प्रदेश को भी मामले की जांच की स्थिति के बारे में चार सप्ताह के भीतर सूचित करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।

    आयोग ने केंद्रीय कारपोरेट मामलों के मंत्रालय को भी नोट‌िस जारी किया है, और मंत्रालय को यह जांच करने के लिए कहा है कि क्या उक्त औद्योगिक इकाई में कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत निर्धारित मानदंडों को लागू किया गया था और इस संबंध में एक रिपोर्ट देने को कहा है। इन सभी प्राधिकरणों से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है।

    मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना गुरुवार की सुबह 3.00 बजे के आसपास वाईजैग जिले के नाइडुथोटा क्षेत्र के आरआर वेंकटपुरम में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री के एक रासायनिक संयंत्र में घटी है। इकाई पॉलीस्टाइ‌र‌ीन और इसके को-पॉलिमर्स बनाती है। जिला कलेक्टर की निगरानी में पुलिस पीड़ितों को इलाके से बाहर निकालने की प्रयास कर रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी क्षेत्र में तैनात किया गया है।

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