सुप्रीम कोर्ट ने की पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा, बताया- मानवता के मूल्यों का अपमान

Shahadat

23 April 2025 10:31 AM

  • सुप्रीम कोर्ट ने की पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा, बताया- मानवता के मूल्यों का अपमान

    सुप्रीम कोर्ट ने कल यानी मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की। इस हमले में कथित तौर पर 26 लोग मारे गए। मरने वालों में स्थानीय निवासी को छोड़कर सभी पर्यटक थे। कोर्ट ने "कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले" पर अपनी गहरी पीड़ा व्यक्त की।

    फुल कोर्ट द्वारा पारित प्रस्ताव में इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे "मानवता के मूल्यों का अपमान" बताया गया।

    न्यायालय ने अपने प्रस्ताव में कहा-

    “इस नासमझ हिंसा के शैतानी कृत्य ने सभी की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। यह आतंकवाद द्वारा फैलाई जाने वाली क्रूरता और अमानवीयता की एक कठोर याद दिलाता है।

    सुप्रीम कोर्ट उन निर्दोष लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिनकी बेरहमी से और समय से पहले ही हत्या कर दी गई। साथ ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना भी व्यक्त करता है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और जो लोग घायल हुए हैं, वे शीघ्र स्वस्थ हों। राष्ट्र इस अवर्णनीय दुख की घड़ी में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़ा है।

    भारत के मुकुट रत्न यानी कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आए पर्यटकों पर हमला निस्संदेह मानवता के मूल्यों और जीवन की पवित्रता का अपमान है और यह न्यायालय इसकी कड़ी निंदा करता है।”

    जजों, वकीलों और रजिस्ट्री कर्मचारियों ने पीड़ितों और उनके शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए दोपहर 2 बजे दो मिनट का मौन रखा।

    सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन ने भी आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया। एसोसिएशन ने कहा कि वह पीड़ितों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है।

    SCAORA ने कहा,

    "हमारी हार्दिक प्रार्थना है कि शांति, एकता और सद्भाव कायम रहे, जिससे हमारा देश मजबूती और भाईचारे के साथ मिलकर आगे बढ़ता रहे।"

    हमले की निंदा करने और पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज करीब 300 अधिवक्ता सफेद रिबन पहनकर सुप्रीम कोर्ट लॉन में एकत्र हुए।

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